लाइव सिटीज, पटना: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दलों ने अपनी रणनीतियों पर अब अमल करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने धरना देने का एकबार फिर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और जंतर-मंतर पर ऐलान कर दिया है।
आगामी 5 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे और दिल्ली में हवन कार्यक्रम का भी आयोजन करेंगे। इसके बाद आगामी 24 दिसंबर को वे पटना में एक सम्मेलन का आयोजन करेंगे, जहां नीतीश कुमार के विरोधियों का जुटान होगा। मांझी द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में लाखों की तादाद में लोगों के जुटने का दावा किया जा रहा है।
इसके साथ ही शराबबंदी को लेकर जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि शराबबंदी के नाम पर 4 लाख से अधिक लोग जेल में बंद हैं। इनमें 80 फीसदी दलित जेल में बंद है लिहाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मद्य निषेध क़ानून को वापस ले।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ये भी कहा कि अगर हमारी सरकार आती है तो बिहार में गुजरात मॉडल लागू करेंगे या फिर फ्री करेंगे। इसके साथ ही लोगों को शराब नहीं पीने को लेकर जागरूक करेंगे। साथ ही जातीय गणना की तर्ज पर ही शराबबंदी का भी सर्वेक्षण कराएंगे, वो भी बाहरी एजेंसी से।