लाइव सिटीज, पटना: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त किए जाने के बाद कांग्रेस पूरे देश मे विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम कर रही है. बिहार में महागठबंधन के घटक दलों की ओर से भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
बिहार विधानसभा के बाहर महागठबंधन के घटक दलों के सदस्यों ने काली पट्टी भी बांध ली है, विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों के सदस्य विरोध प्रदर्शन में शामिल है और आज खास बात यह है कि जदयू के भी विधायक और विधान पार्षद इसमें शामिल हैं. शुक्रवार को महागठबंधन के घटक दलों की ओर से विधानसभा मार्च किया गया था लेकिन जदयू ने उस समय दूरी बना ली थी, लेकिन आज विरोध प्रदर्शन और विधानसभा मार्च में जदयू के भी सदस्य मौजूद हैं.
अजित शर्मा ने कहा कि विरोधियों की आवाज दबाने की कोशिश है. जब तक सदस्यता बहाल नहीं की जाएगी तब तक सदन से सड़क तक लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष डरने वाला नहीं है. मार्च के बाद महागठबंधन विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में बैनर पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
महागठबंधन के घटक दल केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगा रहे हैं और प्रधानमंत्री के खिलाफ भी बयानबाजी कर रहे हैं. साथ ही अडानी को लेकर निशाना साधा जा रहे हैं. दरअसल राहुल गांधी को 2 साल की सजा मिलने के बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त कर दी गई है और इसको लेकर बिहार में भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है.