लाइव सिटीज, पटना: बीएसएससी पेपर लीककांड मामले का मास्टरमाइंड बिहार पुलिस के दारोगा का बेटा अजय कुमार माना जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई की जांच और कार्रवाई लगातार चल रही है. टीम ने मास्टरमाइंड अजय कुमार से गहन पूछताछ की जिसके बाद कई बातें सामने आई हैं. मास्टरमाइंड ने इस बात की जानकारी दी है कि उसने खुद को पास कराने के लिए प्रश्न पत्र वायरल किया था. वहीं बीजेपी पोल खोलने में लगी है.विजय कुमार सिन्हा ने बयान जारी कर कहा कि बीएसएससी पेपर लीक मामले में सरकार नीचे के तबके के कर्मचारियों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति कर रही है. जो मुख्य अभियुक्त हैं, जो टॉप लेवल पर बैठे हैं उनको बचाने का खेल शुरू हो गया है.
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज बीपीएससी के अंदर सिपाही बहाली, दारोगा बहाली इन सब में जैसे ही नियुक्ति निकलती है उसकी बोली लगने लगती है. कहा कि सरकार इसकी सीबीआई जांच क्यों नहीं कराती है? पांच-पांच साल और सात-सात साल से जो ऊपर बैठे हैं सरकार उनकी जिम्मेदारी तय कर क्यों नहीं हटा रही है? सरकार की मिलीभगत है. सरकार नहीं चाहती है कि जिसमें प्रतिभा है उसको आगे आने दें. भाई-भतीजावाद नियुक्ति घोटाला बड़ा खेला है. लंबी बोली लगती है.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि समय रहते प्रतिभाशाली बच्चों के साथ सरकार नाइंसाफी न करे. सारी परीक्षा को रद्द करे. इसकी सीबीआई जांच कराए. जिसने भी बीपीएससी या बीएसएससी के अंतर्गत होने वाली परीक्षा दी है उसको रद्द किया जाता है तो यह सरकार की खामियों के कारण होता है. परीक्षा की फीस और आने जाने का खर्च पांच से दस हजार रुपये सरकार छात्रों को प्रदान करे. तेजस्वी यादव जब नेता प्रतिपक्ष थे तो मांग कर रहे थे. आज सरकार में बैठ कर मौन हो गए हैं.