लाइव सिटीज, पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के प्रथम विकास-पुरुष श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर विकास-विरोधी लालू प्रसाद को बुला कर कांग्रेस ने श्रीबाबू का अपमान किया। मोदी ने कहा कि श्री बाबू ने राज्य में बिजली, खाद, पेट्रोलियम, सीमेंट के कारखाने लगवाये और ढांचागत विकास की नींव रखी, जबकि लालू प्रसाद के राज में एक-एक कर सारे कारखाने बंद होते चले गए।
उन्होंने कहा कि जिस लालू प्रसाद ने “भूरा बाल साफ करो” का नारा देकर भूमिहार जाति के लोगों को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया और नक्सलियों को संरक्षण देकर नरसंहार कराये, उन्हें कांग्रेस मुख्यालय में आमंत्रित करना भूमिहार समाज के जख्मों पर नमक छिड़कने-जैसा था। समाज इसके लिए कांग्रेस और लालू यादव को कभी माफ नहीं करेगा।
सुशील मोदी ने कहा कि श्रीबाबू की जयंती पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपेक्षा कर लालू प्रसाद को बुलाना जेडीयू की कीमत पर कांग्रेस के लिए ज्यादा टिकट झटकने की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने राहुल गांधी को दूल्हा (पीएम पद का प्रत्याशी) घोषित कर दिया, जबकि इंडी गठबंधन के संयोजक पद के लिए भी नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया। मोदी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन के भीतर राजद-कांग्रेस अलग गठबंधन चला रहे हैं, ताकि 2024 के संसदीय चुनाव में जेडीयू को कम से कम सीटें दी जा सकें।