लाइव सिटीज, पटना: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में फंसे लालू यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. ईडी की टीम ने बीते कल उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पार्टी के पूर्व विधायक अबू दुजाना के पटना आवास और लालू प्रसाद यादव की बेटियों के आवास पर छापेमारी की है.ईडी की टीम ने पटना, दिल्ली, हरियाणा समेत दर्जनों से भी अधिक जगहों पर दस्तक दी और जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में दस्तावेज खंगाले.
वहीं लालू परिवार पर ED रेड को लेकर जेडीयू के राष्ट्रिय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी पर तंज कसा है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा है कि, ” नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई दो बार जांच कर साक्ष्य नहीं जुटा पाई। लेकिन 9 अगस्त 2022 के बाद अचानक दिव्यशक्ति से उनको साक्ष्य मिलने लग गया और माननीय लालू प्रसाद जी एवं उनके परिजनों के यहां भारी छापेमारी हुई, खोदा पहाड़ निकली चुहिया”।
इसके आगे ललन सिंह ने लिखा है कि “अरे भाई…! साक्ष्य नहीं भी मिलता तो साक्ष्य दिखाने के लिए पालतू तोतें कुछ भी कर सकते हैं. गाय का सींग भैंस में और भैंस का सींग गाय में जोड़ रहे हैं। अखबार कहता है- ‘एके इंफोसिस्टम के कारण छापा डाला गया है’… जिसका नौकरी से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन खैर पालतू तोतें अपने मालिक का निर्देश पाकर कुछ भी कर सकते हैं, अघोषित आपातकाल जो है. गर्भवती महिला और छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस तरह का निर्मम आचरण देश में पहली बार हुआ है, देश इसको याद रखेगा. दमन चाहे जितना कर लें, 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा.