लाइव सिटीज, दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आज से ओपीडी सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं। वजह है जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल पर जाना। हड़ताल की घोषणा होते ही अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया। दूर-दराज़ से इलाज कराने पहुंचे मरीज सुबह से लंबी कतारों में खड़े रहे, लेकिन डॉक्टरों के न मिलने से वे निराश होकर लौटते दिखे।जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर यह आंदोलन शुरू किया है
उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं—
पीजी करने के बाद बॉण्ड पोस्टिंग की अवधि 3 साल से घटाकर 1 साल करना।
उस एक साल की सेवा को सीनियर रेजिडेंट (SR) अनुभव प्रमाणपत्र के रूप में मान्यता देना।
बॉण्ड पेनाल्टी को 25 लाख से घटाकर 10 लाख करना।
बॉण्ड की रकम जमा करने की समय सीमा को कम करना।
डॉक्टरों के अनुसार, यह बदलाव युवाओं को राहत देगा और भविष्य की राह आसान बनाएगा।
हड़ताल की वजह से जहां ओपीडी सेवाएं बंद हो गई हैं, वहीं इमरजेंसी सेवाएं फिलहाल चालू रखी गई हैं। मगर सवाल यह है कि रोज़ाना हजारों की संख्या में आने वाले सामान्य मरीजों का क्या होगा?
अस्पताल प्रशासन की ओर से हड़ताल पर गए डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया गया है। DMCH अधीक्षक ने भी हड़ताल की पुष्टि की और कहा कि “समस्या का समाधान वार्ता से जल्द निकाला जाएगा।”