लाइव सिटीज, आरा: कैदियों से सांठगांठ के मामले में आरा जेल अधीक्षक संदीप कुमार को बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया. औचक छापेमारी के दौरान मोबाइल, सिम कार्ड, कैंची, नकद समेत अन्य आपत्तिजनक सामान की बरामदगी के मामले में जेल अधीक्षक संदीप कुमार पर यह गाज गिरी है. कारा एवं सुधार सेवा के संयुक्त सचिव ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया है. निलंबन पर राज्यपाल की भी स्वीकृति मिल गई है. प्रपत्र क में आरोपित गठित कर अलग से चलेगी विभागीय कार्रवाई.
वैकल्पिक व्यवस्था के लिए भोजपुर डीएम को अधिकृत किया गया जिसके बाद डीएम राजकुमार ने जिला भूअर्जन पदाधिकारी सत्य प्रकाश को जेल का प्रभार सौंपा है. निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय केंद्रीय कारा, गया निर्धारित किया गया है. दरअसल, भोजपुर पुलिस इस बात को लेकर काफी परेशान था कि अचानक भोजपुर में आपराधिक घटनाएं इतनी बढ़ क्यों गईं. जांच में पता चला कि भोजपुर में बढ़ते अपराध के पीछे आरा मंडल कारा में बैठे कुख्यात अपराधियों का बहुत बड़ा हाथ है. जेल में बैठ कर घटनाओं को अंजाम दिला रहे हैं.
लगातार घटनाओं के बाद भोजपुर के डीएम राजकुमार और एसपी ने 28 नवंबर को मंडल कारा आरा में छापेमारी की थी. इस दौरान आठ मोबाइल, पांच सिम कार्ड, चार चार्जर, कैंची और 15 हजार रुपये नकद मिले थे. जेल अधीक्षक ने इस मामले में जेलर और कक्षपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था.
जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने मंडल कारा में 29 नवंबर से लेकर दो दिसंबर के बीच ‘ऑपरेशन क्लीन’ अभियान भी चलाया था. इस दौरान जेल के वार्ड एक से सात और 14 नंबर वार्ड के पीछे बाथरूम के आसपास करीब पांच से छह फीट गड्ढे में छिपाया गया करीब 35 मोबाइल बरामद किया गया था.