इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज यानी आईजीआईएमएस जल्द ही हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू करने जा रहा है. इसको लेकर अस्पताल में प्रक्रिया शुरू हो गई है. अस्पताल के पास दो हार्ट लंग मशीन उपलब्ध हो गई है और अब कुछ जरूरी उपकरण की व्यवस्था होनी बाकी है. जरूरी उपकरणों की व्यवस्था होते ही अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी. इस बात की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक सह डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर मनीष मंडल ने दी है.
डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा अस्पताल में शुरू होने पर लोगों को किफायती दर में ही यहां हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल पाएगी. बाहर में इसके लिए 20 से 25 लाख रुपये खर्च होते हैं. वहीं इस संस्थान में लगभग 5 लाख रुपये के खर्चे में ही यह संभव हो पाएगा. ब्रेन डेड व्यक्ति और लाइन डोनर दोनों प्रकार से यह संभव हो पाएगा.
आईजीआईएमएस अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में कॉर्निया ट्रांसप्लांट भी होता है. लिवर ट्रांसप्लांट की भी सुविधा है लेकिन अभी तक मात्र एक लिवर ट्रांसप्लांट हुआ है, क्योंकि इसमें काफी खर्च आता है और संस्थान में ही लगभग 15 लाख रुपये का खर्च आ जाता है. अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट की भी सुविधा है. इसके लिए सरकार 3.5 लाख रुपये सहायता राशि देती है लेकिन लीवर और हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए अभी सरकार ने कोई सहायता राशि तय नहीं की है.
डॉक्टर मनीष लीवर और हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भी मरीज को सरकार से सहायता राशि दी जाए, इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन की ओर से उन लोगों ने सरकार को पत्र लिखा है. उम्मीद है जल्द ही सरकार इस संबंध में निर्णय लेकर एक सहायता राशि निर्धारित करेगी. हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद आईजीआईएमएस बिहार का पहला सरकारी अस्पताल होगा, जहां यह सुविधा लोगों के लिए उपलब्ध होगी