लाइव सिटीज, पटना: लोकसभा चुनाव से पहले क्षेत्रीय दलों को अपने साथ जोड़ NDA को बिहार में मजबूत करने की कवायद में जुटी बीजेपी को झटका मिला है. NDA में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस ने साफ-साफ कहा है कि बीजेपी चाहे तो उनके भतीजे चिराग पासवान को अपने गठबंधन में शामिल कर ले, लेकिन वो हरगिज भी चिराग को अपने दल में शामिल नहीं करेंगे.
मंगलवार को पारस से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सवाल किया गया कि उन्होंने चिराग से कहा था कि आपका खून अलग है और मेरा खून अलग है, तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया कि ये उन्होंने नहीं बल्कि चिराग ने कहा था. पारस ने बताया कि मैंने ये नहीं कहा था. बल्कि चिराग पासवान ने सभी लोगों के सामने ये बात कही थी. इसके बाद उन दोनों के बीच बात इतनी बिगड़ी की लोक जनशक्ति पार्टी के दो टुकड़े हो गए.
हाल ही में चिराग पासवान की NDA में वापसी के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि अब चाचा-भतीजे के बीच पड़ी ये खाई पट जाएगी, लेकिन ऐसा होते नहीं दिख रहा है. पारस ने ये बात साफ-साफ कह दी है. उनका कहना है कि दल टूटता है तो, जुड़ जाता है, लेकिन दिल टूटता है तो नहीं जुड़ता.
पशुपति पारस ने चिराग और उनके बीच संबंध सुधरने के कयासों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वो कभी भी साथ नहीं आएंगे. इसी दौरान पारस ने बताया कि उन्होंने बीजेपी को भी ये बात साफ-साफ बता दी है कि अगर वो चाहते हैं कि चिराग पासवान NDA का हिस्सा बने तो इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वो चिराग को हरगिज भी अपने दल में नहीं मिलाएंगे.
दरअसल बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार के रण को जीतने के लिए जातिगत समीकरण साधने के इरादे से छोटे-छोटे दलों को जोड़ रही है. पशुपति पारस और चिराग पासवान को भी इसी इरादे से NDA के साथ जोड़ा गया है. हालांकि पारस के इस बयान के बाद बीजेपी के इस मकसद को कहीं न कहीं चोट जरूर पहुंचेगी.