लाइव सिटीज, गया: पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूर्व में किए जा रहे तैयारियों का जायजा आज जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा लिया गया। उन्होंने सीता कुंड, सीता पथ, गयाजी डैम, देवघाट, गजाधर घाट, सूर्य कुंड का रास्ता, विष्णुपद मंदिर प्रांगण, तुलसी बाग इत्यादि का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रियों की सुविधा हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।
सीता कुंड निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि टूटे हुए टाइल्स को अभी से ही ठीक करवाना शुरू करवाएं। इसके उपरांत उन्होंने कार्यपालक अभियंता गया जी डैम से जानकारी लिया कि कितने स्थानों से सीता पथ में बने अंडरग्राउंड नाला में वार्ड संख्या 53 के कितने नाले मिल रहे हैं। इस पर बताया गया कि कुल रास्ता का नाला को मेन नाला में जोड़ा गया है। स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया कि नाला काफी ढलकाव होने के कारण पानी जमा हो जा रहा है, नाली का ऊपरी सरफेस को बड़ा करवाने की आवश्यकता है। इस पर जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अगले 7 दिनों के अंदर उपर्युक्त काम करवाना सुनिश्चित करावे। गया जी डैम में वर्तमान में औसतन 09 फ़ीट पानी भरा हुआ है।
सीता पथ में पैदल भ्रमण के दौरान डीएम ने पर्याप्त लाइट लगवाने का निर्देश नगर निगम को दिया। साथ ही पीएचडी विभाग को सीता पत्र में पर्याप्त टॉयलेट, चेंजिंग रूम एवं पेयजल व्यवस्था करवाने का निर्देश दिए, ताकि पितृपक्ष मेला में यहां पर तर्पण करने आने वाले यात्रियों को सुवधा दिया जा सके। जिला पदाधिकारी ने पुलिस उपाधीक्षक नगर तथा थाना अध्यक्ष मानपुर एवं थाना अध्यक्ष विष्णुपद को निर्देश दिया कि गयाजी डैम के समीप आए दिन असामाजिक तत्व द्वारा छिटपुट घटनाएं करने की सूचना प्राप्त हो रही है। इस पर पूरी कड़ाई से अनुपालन करावे। जिला पदाधिकारी ने आसपास के क्षेत्र में विधि व्यवस्था बरकरार रखने के उद्देश्य से 4 होमगार्ड का जवान भी उपलब्ध कराया है।
उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि गया जी डैम को पितृपक्ष मेला के समय निरंतर साफ कैसे रखा जाए। इस पर अभी से ही विचार तथा कार्य योजना तैयार करे।गया जी डैम के पास बने पूल के उत्तर दिशा में जमे गंदा पानी को साफ करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन के माध्यम से केयारी बनाकर पानी के फ्लो के साथ निकासी कराएं। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता एलएईओ को निर्देश दिया कि शमशान घाट, देवघाट, गजाधर घाट होते हुए गयाजी डैम तक जितने भी टूटे हुए टाइल्स हैं उसे अविलंब ठीक करवाएं।
गजाधर घाट के आगे गयाजी डैम के सीढ़ी के समीप जमे हुए पानी को अभिलंब हटवाने का निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि देवघाट एवं सटे हुए अन्य घाटो में तर्पण करने वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में 240 लीटर क्षमता वाले डस्टबिन लगवाना सुनिश्चित करें। भ्रमण के दौरान देवघाट में गड़े हुए पॉल में लटका हुआ तार को अभिलंब ऊंचा करवाने का निर्देश दिए। साथ ही नदी के पानी में एक बिजली का खंबा शेष बचा है उसे हटवाने का निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि देवघाट में किसी भी हाल में आवारा पशु घूमता हुआ ना रहे। इसे सुनिश्चित कराएं। साथ ही कोई भी दो पहिया वाहन घाट पर ना पहुंचे। इसके लिए जो भी आवश्यक कार्य है उसे पूर्ण करावे। पिछले 1 सप्ताह में 10 से 15 आवारा पशु को पकड़कर गौशाला में रखा गया है। अभी से लगातार अभियान चलाकर मेला क्षेत्र से आवारा पशुओं को हटाकर गौशाला में रखने का कार्य किया जाएगा। ताकि देश विदेश से आए तीर्थ यात्रियों को कोई नुकसान ना पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान विष्णुपद मंदिर जाने के रास्ते में दोनों तरफ कई दुकाने गली में ही निकाला हुआ है। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी तथा नगर निगम को निर्देश दिया कि संयुक्त रूप से भ्रमण कर रास्ता को अतिक्रमण मुक्त रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संवाद सदन के जमीन में हो रहे अवैध कंस्ट्रक्शन के विरुद्ध अभिलंब जांच करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराएं। निरीक्षण के क्रम में नगर आयुक्त गया नगर निगम, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता पर्यटन, वरीय उप समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी पितृपक्ष मेला, संबंधित विभागों के पदाधिकारियों, विष्णुपद के पुरोहितो सहित अन्य सहायक पदाधिकारी उपस्थित थे।