लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: पटना थाना एक बार फिर चर्चा में बना हुआ है. इस बार राज्य सरकार ने राजधानी में बढ़ते क्राइम ग्राफ को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है. बता दें कि बिहार पुलिस अपनी छवि को बेहतर बनाने के लिए नई दिशा में कार्य करने जा रही है. इसके लिए अब राजधानी के हर थाने में दो थानेदार होंगे.
बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है और इसको लेकर पटना एसएसपी की तरफ से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. बता दें कि पुलिस पारदर्शिता से काम कर सके. इसको लेकर यह फैसला लिया गया है.
बिहार पुलिस के वरीय पुलिस अधीक्षक पटना के राजीव मिश्रा ने कहा कि पटना पुलिस के पारदर्शिता लाने के लिए हर थाने में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिसमें सभी थाने में एक एडिशनल एसएचओ का पदस्थापन किया गया है. जोकि अगर एसएचओ उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनकी अनुपस्थिति में एडिशनल एसएचओ सभी संबंधित निर्णय ले सकते हैं. उनके जितने भी उत्तरदायित्व है, उसका निर्वाहन करेंगे और जो भी आवेदन थाना में आता है, उस आवेदन की प्राप्ति करेंगे.
इसके साथ ही उस आवेदन में अगर सच्चाई होगी, तो उस पर तुरंत कार्रवाई भी करेंगे. अगर थानाध्यक्ष को लगता है कि वह आवेदन में अभिलंब प्राथमिकता दर्ज कराना उचित नहीं है, तो उस संदर्भ में विधि विभाग को अवगत कराया जाएगा और उसके बाद आवेदक को भी सूचित किया जाएगा.
आपको बता दें कि राजधानी पटना में अपराधी बेखौफ नजर आ रहे हैं और वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. जिससे बिहार पुलिस के साथ ही राज्य सरकार पर भी विपक्ष लगातार हमलावर होते दिख रहे हैं. वहीं, राजधानी में क्राइम को कंट्रोल करने के लिए डीजीपी ने यह बड़ा निर्देश दिया है.