लाइव सिटीज, पटना: बिहार में डेंगू के 275 नए मरीज मिले। इसके साथ ही इस महीने 4643 डेंगू के मरीज मिल गए। जबकि इस वर्ष कुल 4918 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 68, मुंगेर में 19, भागलपुर में 18, बेगूसराय व मुजफ्फरपुर में 16-16 और वैशाली में 13 मरीज मिले। राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में 245 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसमें सबसे अधिक भागलपुर मेडिकल कॉलेज में 128 मरीजों का उपचार चल रहा है।
अन्य मेडिकल कॉलेजों में एम्स पटना में 10, आईजीआईएमएस पटना में 14, पीएमसीएच पटना में 18, एनएमसीएच पटना में 10, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर 10, डीएमसीएच दरभंगा में पांच, एएनएमसीएच गया में 18, जीएमसी बेतिया में तीन, जीएमसी पूर्णिया में तीन, मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में तीन और विम्स पावापुरी में 23 मरीजों का उपचार चल रहा है
राजधानी पटना में अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1507 हो गई है। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि वीआई मोहल्ला होने के बावजूद पाटलिपुत्रा इलाके में डेंगू का प्रकोप सबसे ज्यादा है। इसके पीछे वहां के लोगों की लापरवाही भी जिम्मेवार है। जांच में बड़े-बड़े अपार्टमेंट की छतों पर गमले में पानी जमा पाया गया।
उन्होंने बताया कि कई जगह छत पर फूल, सब्जी आदि भी उगाए जा रहे हैं। वहां भी पानी जमा पाया गया। कुछ जगह कचरे में पॉलिथीन, खाली पेंट के डब्बे, खाली नारियल में भी बरसात का साफ पानी पाया गया। इन जगहों पर मच्छरों के लार्वा के पनपने के अनुकूल माहौल बन जाता है। बताया कि पटना सिटी और कंकड़बाग में अपेक्षाकृत डेंगू का प्रकोप कम है। इसका बड़ा कारण है कि इन इलाके में जलजमाव कम है।