लाइव सिटीज, पटना: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम’ पर विवादित टिप्पणी करने पर दो साल की सजा सुनाई गई है. मानहानि के मामले में सूरत की अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है। वहीं, उनको सजा सुनाने के बाद काग्रेस पार्टी के तरफ से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है।
बिहार विधानसभा के मुख्य द्वार से लेकर सदन तक महागठबंधन के नेताओं ने राहुल गांधी को हुई सजा के मामले में शुक्रवार को मार्च निकाला। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस मार्च से सीएम नीतीश कुमार की पार्टी गायब रही.। नेताओं ने विधानसभा परिसर में बैनर-पोस्टर लेकर विरोध जताया गया। इस दौरान खूब नारेबाजी भी की गई. सदन के अंदर भी इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ. सदन में भी जेडीयू की ओर से कुछ नहीं कहा गया।
कांग्रेस सांसद को सजा मिलने का विरोध जताते हुए बिहार में महागठबंधन में शामिल सभी दलों के नेता विधानमंडल गेट से लेकर विधानसभा पोर्टिकों तक पैदल मार्च करते हुए सदन पहुंचे। इस दौरान उनके हाथों में पोस्टर बैनर के दिखे गया जिसमें या लिखा हुआ था कि मोदी हटाओ लोकतंत्र बचाओ।
बिहार के गठबंधन में शामिल दलों नेताओं का कहना था कि, केंद्र सरकार विपक्ष मुक्त भारत बनाने की साजिश कर रही है। उनकी यह साजिश कभी सफल नहीं होगी। केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष के नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं।आज राहुल गांधी को भी झूठे मुकदमे में फंसाया गया है।