लाइव सिटीज, पटना: बिहार में बहुचर्चित जातिगत सर्वे आखिरकार शनिवार से शुरू हो गया. करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा यह सर्वे दो चरणामें पूरा किया जाएगा. पहले चरण को 21 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा. इसमें राज्य के सभी परिवारों का पूरा डेटा सिस्टम में फीड किया जाएगा. वहीं इसके बाद दूसरा चरण शुरू होगा. इसमें सभी परिवार को जाति, उपजाति और धर्म के हिसाब से वर्गीकृत किया जाएगा. इसके लिए पहले ही बिहार सरकार के कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे दिया गया है.
इसको लेकर आज अहले सुबह पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर खुद इस कार्य में जुट गए हैं. इनके तरफ से पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 27 में (गोलघर पार्क के पीछे) बैंक रोड में जाति आधारित गणना, 2022 का निरीक्षण किया गया. डीएम ने बताया कि , राज्य के अंदर दो चरणों में गणना किया जाएगा. इसमें पहले चरण में मकान की गणना शुरू हो रही है.
इस दौरान राजधानी पटना के बड़े – बड़े अपार्टमेंट के आगे निशान लगाया जा रहा है. इसके साथ ही इस अपार्टमेंट में बनें मकानों की भी अलग से गणना की जाएगी. राजधानी पटना में लगभग 20 लाख परिवार की गिनती की जाएगी. इसको लेकर 12,696 गणना ब्लॉक बनाए गए हैं. इसमें दो हजार सुपरवाइजर को लगाया गया है. अभी घर और परिवार की गणना की जाएगी. उसके बाद अगले चरण में सामाजिक, आर्थिक गणना की जाएगी.