लाइव सिटीज, पटना: बिहार विधानसभा से बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शल आउट कर दिया गया. इसपर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने निशाना साधा और कहा कि जीवेश मिश्रा के साथ जैसा व्यवहार किया गया है वो लोकतंत्र की हत्या है. सवाल का जवाब मांग रहे थे तो बाहर कर दिया. सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ेंगे. लोकतंत्र की रक्षा के लिए जान की कुर्बानी दे देंगे.
उन्होंने आगे कहा कि सदन के अंदर हमने बिहार शरीफ, मुजफ्फरपुर, नालंदा, गया का मामला उठाया. तुष्टिकरण की राजनीति के कारण लूट हुई, पथराव किए गए और हत्या हुई. जिसकी हत्या हुई उसी के परिवार को जेल में डाला जा रहा है. डॉक्टर के अपहरण के एक महीने बाद भी कोई सुराग नहीं मिला. मंत्री इसराइल मंसूरी पर एफआईआर तक दर्ज नहीं हुआ, इन तमाम मुद्दों को आज हमने सदन में उठाया था. एक भी सवाल का जवाब सरकार ने नहीं दिया. सत्ता पक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ज्ञान बखारने लगे, गोल-गोल जवाब देकर घूमा रहे थे. हमने कहा कि सीएम और उपमुख्यमंत्री जवाब दें. दोनों सदन में आते नहीं है.
उन्होंने साफ कहा कि हद तो तब हो गई जब उनके विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन का बयान आया कि आत्मसुरक्षा के लिए बम बनाया जा रहा था. बिहार को आतंकवादियों का गढ़ बनाया जा रहा है. सरकार पीएफआई और मदरसों के माध्यम से बिहार को आतंकवादियों का पनाहगार बनाकर दंगा करा रही है. सीएम नीतीश बयान देते हैं कि लोगों ने उपद्रव किया है.
सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश पर धिक्कार है. सदन में बहस से क्यों सरकार भाग रही है. बड़ा अधिकारी दंगाइयों को बचा रहा है. हम न्यायिक जांच की मांग करते हैं. तमिलनाडु मामले को लेकर जो टीम भेजी गई उसकी रिपोर्ट को भी सदन में नहीं रखा गया. जिस घर से पत्थर फेंका गया उस घर में बुलडोजर क्यों नहीं चलाया गया