लाइव सिटीज, पटना: बिहार में इथेनॉल उत्पादन ईकाईयां स्थापित कर रही कंपनियों को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। इथेनॉल उत्पांटन प्लांट की कमीशनिंग की समय सीमा बढ़ाकर 30 सितंबर कर दी गई है। बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पेट्रोलियम एवम् प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी का धन्यवाद किया है। सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में स्थापित हो रही इथेनॉल उत्पादन ईकाईयों से इथेनॉल खरीद के तेल मार्केटिंग कंपनियों के साथ एग्रीमेंट के मुताबिक बिहार की सभी 17 इथेनॉल उत्पांटन प्लांट की कमीशनिंग का समय 15 जनवरी 2023 निर्धारित था। कुछ कंपनियों का तो निर्माण समय से पूरा हो गया और उन्होंने इथेनॉल का उत्पादन शुरु कर दिया है। लेकिन कुछ कंपनियों को कई वाजिब कारणों से निर्माण पूरा करने में थोड़ा विलंब हो रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा अब बिहार की सभी इथेनॉल प्लांट की कमीशनिंग की समय सीमा 30 सितंबर 2022 तक बढ़ाने से बिहार के औद्योगिकीकरण में पूरी सहृदयता से जुटे सभी गंभीर निवेशकों को बड़ी राहत मिली है। समय सीमा बढ़ने से उन्हें बैंक से ऋण की अगली खेप हासिल करने में हो रही दिक्कतें खत्म हो जाएगी और अभी जो कुल 11 इथेनॉल कंपनियां निर्माणाधीन हैं, वो समय से निर्माण पूरा कर उत्पादन शुरु कर सकेंगी। 3 कंपनियों ने पहले ही निर्माण पूरा कर इथेनॉल का उत्पादन शुरु कर दिया है।
बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय बढ़ाने और युवाओं को रोजगार देने के राष्ट्रव्यापी मिशन पर हैं । बिहार में बन रहे सभी इथेनॉल प्लांट्स उनके मिशन में सहभागी हैं और बिहार के किसान, युवा इससे काफी लाभांवित होंगे।सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले ही नालंदा यात्रा के दौरान यहां परवलपुर में बन रहे 500 केएल के पटेल इँडस्ट्रीज के इथेनॉल प्लांट का अवलोकन किया था। यहां बड़े क्षेत्र में इथेनॉल प्लांट का निर्माण होता देखकर काफी खुशी हुई।
उन्होंने कहा कि वो बिहार में स्वीकृत हुई सभी इथेनॉल प्लांट्स को निर्माण पूरा कर उत्पादन शुरु करते हुए देखना चाहते हैं इसलिए वो हमेशा बिहार के निवेशकों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। उऩ्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में निवेश कर रहे गंभीर निवेशकों की जरुरत को समझा और उन्हें निर्माण पूरा करने के लिए पर्याप्त समय दिया है, इसके लिए उनका जितना धन्यवाद करें, कम है।