लाइव सिटीज, पटना: सीएम नीतीश कुमार ने बीपीएससी के 75 वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर संबोधन के दौरान कहा था कि बीपीएससी में जो भी अभ्यर्थी परीक्षा देते हैं और पास होते हैं, अगर मेंस में ज्यादा नंबर पाते हैं तो इंटरव्यू में कम नंबर कैसे मिलता है? संदेह हो तो जांच कीजिए. इसको लेकर आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने बीपीएससी की तरफ से सोमवार को प्रेस वार्ता की.
इस दौरान इस पर उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अब अगर अभ्यर्थियों को 30% से कम या फिर 80% से ज्यादा नंबर आता है तो इंटरव्यू बोर्ड को अब उस नंबर को एक्सप्लेन करना होगा.
अतुल प्रसाद ने कहा कि 75वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान राज्यपाल ने कहा था कि हमारी शिक्षा व्यवस्था जॉब सीकर नहीं जॉब गिवर की होनी चाहिए, इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने अब यह फैसला लिया है कि अभी ऐसे कई पाठ्यक्रम हैं. जो सिर्फ सरकारी नौकरी और बिहार लोक सेवा आयोग के लिए पढ़े जाते हैं. अब हमारी कोशिश यह रहेगी कि ऐसे पाठ्यक्रम को हम हटाए. जो ज्यादा प्रासंगिक है, ऐसे पाठ्यक्रम जिससे लोगों को ज्यादा रोजगार मिल सकता है उसको शामिल करेंगे.
बीपीएससी के चेयरमैन ने बताया कि बहुत अभ्यर्थियों कि यह परेशानी थी कि 68 वीं मेंस की परीक्षा तिथि और अन्य बोर्ड की परीक्षा तिथि मैच हो रही थी, जिसके कारण से इसके परीक्षा तिथि में भी बदलाव किया गया है. 12 मई 2023 को जीएस 1 की परीक्षा होगी, इसके बाद 17 मई को पहली पाली में जीएस 2 और दूसरी पाली में हिंदी विषय की परीक्षा होगी. 18 मई को पहली पाली में निबंध की परीक्षा और दूसरी पाली में ऑप्शन विषय की परीक्षा होगी. बता दें कि पहले बीपीएससी 68 वीं की परीक्षा 12 से लेकर 15 मई तक होना था.