लाइव सिटीज, पटना: बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बिहार विधान परिषद में ध्यानाकर्षण के दौरान राज्य सरकार से मांग की है कि भागलपुर और पूर्णियां एयरपोर्ट के लिए बिहार सरकार जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराएं। केंद्र सरकार राज्य में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने और एयरपोर्ट के निर्माण के लिए तैयार है, राज्य सरकार के जमीन उपलब्ध कराते ही इन क्षेत्रों के लोगों का सपना पूरा हो सकेगा।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए जमीन राज्य सरकार उपलब्ध कराती है और निर्माण का कार्य केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार से प्रेम करते हैं और चाहते हैं कि बिहार में हवाई यातायात की सुविधा बेहतर हो और यहां के लोग भी तरक्की करें। उन्होंने कहा कि भागलपुर में मौजूदा एयरपोर्ट की बाउंड्री पर 18 करोड़ खर्च हो रहे हैं लेकिन भागलपुर को नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की जरुरत है। उन्होंने कहा कि भागलपुर में गोशाला की या और भी जगह जमीने हैं जो लेकर एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंपा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पूर्णियां एयरपोर्ट के लिए सिर्फ 15 एकड़ जमीन के लिए मामला अटका हुआ है। अगर राज्य सरकार ये जमीन उपलब्ध करा दे तो यां जल्द से जल्द एयरपोर्ट का काम शुरु हो सकता है।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि चाहे कितने भी आंदोलन कर लें, कोशिश कर लें, जब तक राज्य सरकार एयरपोर्ट के लिए जमीन नहीं उपलब्ध कराएगी तब तक बिहार में नया एयरपोर्ट नहीं बन पाएगा। उन्होंने कहा कि पूरा दारोमदार राज्य सरकार पर है कि वो कब तक एयरपोर्ट के लिए जमीन उपलब्ध कराती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तो तैयार बैठी है। मोदी सरकार के 9 सरकार में पूरे देश में उतने एयरपोर्ट बन गए जितने की आजादी के बाद से लेकर 2014 तक बने थे।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इस वक्त देश में 150 से ज्यादा एयरपोर्ट ऑपरेशनल हैं जबकि 2014 तक देश में सिर्फ 74 हवाई अड्डे ऑपरेशनल थे। सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में एयरपोर्ट के लिए जहां जहां जमीन उपलब्ध हो सकती है, राज्य सरकार बिना देरी के उसके लिए प्रयास करे क्योंकि कई छोटे छोटे राज्यों में बिहार से ज्यादा एयरपोर्ट्स हैं। बिहार में भी हर कमिश्मनरी में एक एयरपोर्ट हो सकता है।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सड़क और रेल कनेक्टिविटी के बाद अब हवाई कनेक्टिविटी तेज विकास का वाहक है।उन्होंने कहा कि बिहार में गया का एक ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट है जहां से बहुत कम उड़ाने हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले अप्रवासी बिहारियों को बिहार आऩे के लिए अमेरिका, लंदन, दुबई, मॉरिशस से पहले कोलकाता, लखनऊ या दिल्ली आना पड़ता है .. उसके बाद वो बिहार पहुंचते हैं जिसमें उन्हें भारी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि केरल की आबादी 4 करोड़ से भी कम है औऱ वहां 4 अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं और 5वें की मांग कर रहा है। कई ऐसे राज्य हैं जहां बिहार की तुलना में कहीं ज्यादा एयरपोर्ट्स हैं। उन्होंने कहा कि ये बिहारवासियों का हक है कि यहां के लोग भी हवाई सफर का सपना पूरा करें।
बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में उद्योग धंधे भी तैजी से बढ़ रहे हैं, बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के निवेशक आ रहे हैं। उनकी जरुरतों को देखते हुए भी राज्य में नए एयरपोर्ट्स बनाकर हवाई यातायात को बिहार के हर इलाके के लिए सुगम और सुलभ बनाया जा सकता है। लेकिन ये तब तक नहीं होगा जब तक राज्य सरकार जमीन उपलब्ध नहीं कराएगी।
बिहार विधान परिषद के ध्यानाकर्षण प्रश्नोत्तर के दौरान बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने एयरपोर्ट के मसले पर जवाब दे रहे प्रभारी मंत्री विजय चौधरी से कहा कि बिहार की आबादी का घनत्व कम होने की दलील से राज्य में नए एयरपोर्ट की जरुरत को खारिज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में बिहार की परिस्थितियां काफी बदल चुकी हैं। राज्य के औद्योगिकीकरण के लिए, पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए एयर कनेक्टिविटी पर ध्यान देना बेहद जरुरी है।