लाइव सिटीज, पटना: बिहार एनडीए में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सीट शेयरिंग की तस्वीर भले ही साफ हो गई है लेकिन आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। ऐलान से पहले जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने अपना दावा ठोक दिया है। उधर एलजेपीआर के चिराग पासवान और आरएलजेपी के पशुपति कुमार पारस के बीच चल रही तनातनी अभी तक समाप्त नहीं हुई है। एनडीए के भीतर चल रही हर गतिविधि पर लालू- तेजस्वी की आरजेडी समेत इंडिया गठबंधन के दलों की पैनी नजर है।
नीतीश कुमार की सरकार में एससी एसटी कल्याण मंत्री की भूमिका निभा रहे और हिंदुस्तानी एवं मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कहा है कि उनकी पार्टी गया सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। गया के गोदावरी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए संतोष सुमन ने कहा कि यहां के लोगों से उनका पारिवारिक रिश्ता है। यह लेख हमारी पार्टी और हम लोगों का कार्य क्षेत्र रहा है। इसी क्षेत्र… पार्टी की शुरुआत हुई तो हम के कार्यकर्ता चाहते हैं कि गया सीट हमें दिया जाए। हमारी पार्टी इसकी तैयारी कर रही है।
संतोष सुमन ने यह भी कहा कि चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस की नाराजगी का भ्रम फैलाया जा रहा है। यह प्रचार विपक्ष के दल कर रहे हैं। परिवार के सदस्यों में थोड़ी बहुत बात होती रहती है। लेकिन एक-दो दिनों में सब कुछ पटरी पर आ जाएगा। किसी से कोई नाराज नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। सीएए से एक खास वर्ग को डराया जा रहा है।
संतोष कुमार सुमन ने एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सीसीए कानून किसी की नागरिकता खत्म करने के लिए नहीं बल्कि वंचितों की नागरिकता बहाल करने के लिए लाया गया है। इसमें किसी के साथ कोई अन्याय नहीं होग जो अल्पसंख्यक अत्याचार से भाग कर पाकिस्तान, बांग्ला अफगानिस्तान से भारत आए हैं उन्हें नागरिकता देने का कानून लाया गया है।