लाइव सिटीज, पटना: बुधवार को दोनों पारियों में एच्छिक विषयों की परीक्षा के साथ ही मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 सफलतापूर्वक संपन्न हो गई. आयोग के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा समाप्ति के बाद प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी.
इस बार परीक्षा में 1637414 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए जिसमें छात्राओं की संख्या 831213 और छात्रों की संख्या 806201 रही. मैट्रिक परीक्षा में छात्राओं की संख्या छात्रों की तुलना में अधिक रही. आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एक बार फिर से देश भर में सबसे पहले मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन कराने में सफल रहा है.
आनंद किशोर ने कहा की बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का लक्ष्य है कि मार्च महीने के अंत तक इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया जाए और मूल्यांकन कार्य समय से पूर्व हो गया तो रिजल्ट पहले भी जारी किया जा सकता है. इसके साथ ही मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट के लिए मार्च के आखिरी सप्ताह से 15 अप्रैल तक का समय रखा गया है और इसी बीच मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी होगा।
आनंद किशोर ने बताया कि 24 फरवरी से इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रदेश के कुल 123 मूल्यांकन केंद्र पर किया जाएगा और यह 5 मार्च तक चलेगा. इस मूल्यांकन कार्य के लिए 20427 प्रधान परीक्षक एवं सह परीक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई है. इसके अलावा 10302 एमपीपी (मार्च पोस्टिंग पर्सनल) की प्रतिनियुक्ति की गई है. इंटरमीडिएट परीक्षा में 6944777 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है. कंप्यूटर कर्मियों चेकर और मेकर के लिए 1599 कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है.