लाइव सिटीज, पटना: छपरा में जहरीली शराब पीने से 80 से अधिक लोग बेमौत मारे गए हैं हालांकि सरकारी आंकडों के मुताबिक सिर्फ 42 लोगों के मौत की बात कही जा रही है. विपक्षी दल बीजेपी के साथ साथ सरकार के सहयोगी दल भी मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने मुआवजा देने से सीधे तौर पर इनकार कर दिया है. बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में आवाज बुलंद करने के बाद बीजेपी मुआवजे की मांग को लेकर आज पूरे राज्य में धरना दे रही है.
पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा है कि 100 से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई, राज्य में इससे बड़ी कोई आपदा नहीं हो सकती है. बच्चे अनाथ हो गए और सैकड़ों महिलाएं बेवा हो गई लेकिन नीतीश कुमार को उनके प्रति थोड़ी भी संवेदना नहीं है, जिसका कारण है कि पूरा बिहार नीतीश कुमार को एक अपराधी की तरह देख रहा है.
वहीं बीजेपी विधायक हरिभूषण बचोल ने कहा कि लोक कल्याणकारी राज्य बिहार में उन बच्चों का क्या कसूर है जो अनाथ हो गए, उन महिलाओं का क्या कसूर है जो विधवा हो गई हैं. बार बार मांग करने के बावजूद सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है. नीतीश कुमार की सरकार शराब बेचने वालों का संरक्षण कर रही है और कहती है कि जो पिएगा वो मरेगा. उन्होंने कहा कि आरजेडी के एमएलसी ने यह बात कह दी है कि खुद तेजस्वी यादव प्रतिदिन शराब पीते हैं. नीतीश कुमार को चाहिए कि वे केस चलाकर तेजस्वी यादव को गिरफ्तार कराएं.