लाइव सिटीज पटना: जेडीयू में बगावत कर खुद की नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल’ बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा का आज पार्टी से आखिरी रिश्ता भी टूट जाएगा. उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार को जदयू से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे. कुशवाहा एमएलसी के पद से आज इस्तीफा दे देंगे. वे अभी विधान परिषद में जदयू के सदस्य हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने नए दल के गठन के दिन ही विधान परिषद की सदस्यता से त्यागपत्र देने की घोषणा की थी. उस दिन विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर पटना से बाहर थे, इसलिए कुशवाहा का त्यागपत्र नहीं हो सका.
उपेंद्र कुशवाहा ने विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर से बातचीत भी कर ली है. त्यागपत्र के लिए शुक्रवार का दिन निर्धारित हुआ है. कुशवाहा 17 मार्च 2021 को विधान परिषद में राज्यपाल की ओर से नामित हुए थे. उनका कार्यकाल 16 मार्च 2027 तक था. इस सीट के रिक्त होने की घोषणा के बाद बचे हुए कार्यकाल के लिए किसी नए सदस्य का मनोनयन होगा. अपनी नई पार्टी बना चुके उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्होंने लिखा है कि बिहार विधान परिषद की सदस्यता से मुक्त होने की औपचारिकता पूरी करूंगा.
बताया जा रहा है, उपेंद्र कुशवाहा आज दोपहर 3 बजे बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा देंगे. कुशवाहा बिहार विधान परिषद के सदस्य के पद से इस्तीफे का पत्र सभापति को सौंपेंगे. इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि बिना कोई देरी के इनके इस इस्तीफे को विधान परिषद के तरफ से मंजूर कर लिया जाएगा. इसके साथ ही कुशवाहा का संबंध जेडीयू से पूरी तरह से खत्म हो जाएगा.
बता दें कि नीतीश कुमार से नाराज़ होकर उपेंद्र कुशवाहा ने फिर से जेडीयू को अलविदा कह दिया है. कुशवाहा ने इसके साथ ही एक नई पार्टी बना ली है. इस पार्टी का नाम ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ रखा गया है. उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू को एक कमज़ोर पार्टी बताया था और नीतीश कुमार समेत पार्टी के बड़े नेताओं पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे थे. जिसके बाद अब उन्होंने एक बार फिर से खुद की नई पार्टी बनाने का फैसला किया है.