लाइव सिटीज पटना: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में सभी पार्टियां जोर शोर से जुटी हुई हैं. इसी कड़ी में बिहार की राजनीति के लिए जून का महीना बेहद खास होने वाला हैं, जहां एक तरफ विपक्षी दल पटना में 12 जून को बड़ी बैठक करेंगे, वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी इस महीने 4 बड़ी रैलियां करने जा रही है, जिसमें एक रैली में पीएम मोदी के भी शामिल होने की संभावना है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरीने कहा है कि हमारा संपर्क अभियान 30 मई से 30 जून तक चलना है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमलोगों ने यहां आने का आग्रह किया है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि संपर्क अभियान में आने पर लगभग सहमति बन गई है, 15 जून के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम बिहार के लिए हो सकता है, इससे विपक्ष की बैठक से कोई लेना देना नहीं है. प्रधानमंत्री के 9 साल के कार्यकाल पर विपक्ष के निशाना साधने पर सम्राट चौधरी ने कहा कि उनको रुदाली की तरह सिर्फ रोना आता है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, बिहार के बजट का 76 प्रतिशत राशि प्रधानमंत्री देते हैं.
वहीं ममता बनर्जी के द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने पर सम्राट चौधरी ने कहा कि कोई नई बात नहीं है. पहले ही समर्थन था, ये लोग एक होते हैं लेकिन चुनाव के बाद सीट नहीं आती है. नई शिक्षक नियमावली को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार की शिक्षकों के लिए बनी नीति समझ से परे है, हमलोग लगातार नई शिक्षक नियमावली का विरोध करते रहे हैं आगे भी हम सब का विरोध जारी रहेगा, पुराने शिक्षक को ज्यादा वेतन मिलेगा और नई बहाली वाले शिक्षक को कम वेतन मिलेगा. यह सही नहीं है.
पटना में आयोजित विपक्षी दलों के बैठक के बीच भाजपा के तरफ से आयोजित रैली को लेकर जब सम्राट चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि विपक्ष की बैठक से इसको कोई लेना-देना नहीं है. हमारा महासंपर्क अभियान 30 मई से 30 जून यानि पुरे एक महीने तक चलना है. हमारे कार्यक्रम कार्यसमिति की बैठक में ही तय कर लिया गया था. इस दौरान हमने पीएम मोदी से आग्रह किया था कि बिहार का दौरा आप करें. जिसमें उन्होंने लगभग सहमति भी जताई है.