लाइव सिटीज पटना : जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्तर पर अपने नए पदाधिकारियों की घोषणा की. लेकिन इस लिस्ट में केसी त्यागी को जगह नहीं मिली. जेडीयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की लिस्ट से केसी त्यागी का नाम हटाए जाने पर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. हालांकि खुद केसी त्यागी ने कहा है कि उनकी मर्जी से उन्हें पदमुक्त किया गया है. इस बीच जदयू की ओर से सफाई आ गई है. जेडीयू महासचिव अफाक अहमद खान ने केसी त्यागी को लेकर उठ रहे सवाल पर सफाई दी है.
जेडीयू महासचिव अफाक अहमद खान ने केसी त्यागी को लेकर उठ रहे सवाल पर सफाई डेटेबहुए कहा है कि पिछली आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक 10 दिसंबर, 2022 के बाद ही केसी त्यागी जी ने हमारे सर्वोच्च नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सांगठनिक दायित्व से मुक्त करने का अनुरोध किया था.
जेडीयू महासचिव ने बताया कि उनके बार-बार अनुरोध करने पर पार्टी ने उन्हें सांगठनिक जिम्मेदारी से मुक्त करने पर सहमति जताई. वह हमारे सर्वोच्च नेता नीतीश कुमार के साथ पार्टी के मजबूत स्तंभ बने रहेंगे. उन्होंने बताया कि नवगठित राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची से हमारे वरिष्ठ पार्टी के नेता के.सी. त्यागी को सांगठनिक जिम्मेदारी से मुक्त करने के बारे में मीडिया गलत संदेश प्रसारित कर रहा है.
इससे पहले एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में केसी त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मौके पर नीतीश कुमार से प्रेम पूर्वक आग्रह किया था कि हमें 48 साल हो गए हैं, पार्टी में पद पर काम करते हुए. 1974 में चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में जब लोकदल बना था, तब से लेकर अब तक मैं पार्टी का राष्ट्रीय पदाधिकारी रहा हूं. मैंने नीतीश जी से आग्रह किया था कि मुझे पदमुक्त करें. उन्होंने सहज स्वीकार भी किया है.
बता दें कि जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मंगलवार को 32 सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा की है. सबसे खास बात यह रही कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है. त्यागी को जेडीयू की राष्ट्रीय कमेटी से आउट कर दिया गया है. नई कमिटी में 22 नेताओं को महासचिव बनाया गया है. वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को बाहर का रास्ता दिखाते हुए पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय पदाधिकारियों की लिस्ट से बाहर कर दिया है. बता दें कि पुरानी टीम में केसी त्यागी राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के पद पर थे.