लाइव सिटीज पटना: सासाराम और बिहारशरीफ में तनावपूर्ण स्थिति को लेकर एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने महागठबंधन और बीजेपी दोनों पर निशाना साधा है. एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दोनों पक्ष मुसलमानों से खेल रहे हैं. अख्तरूल ईमान ने कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों ने मुसलमानों को निशाना बनाया है और बिहार की हुकूमत इन शक्तियों को रोकने में नाकामा साबित हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी और तेजस्वी यादव की पार्टी में बहुत अंतर आ गया है.
एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कहा कि फिरकापरस्त शक्तियों को ढील देने की बड़ी वजह यह है कि इसमें दोनों तरफ के लोगों को फायदा दिख रहा है. एक तरफ सांप्रदायिक शक्तियां हैं ये समझ रही है कि मुसलमानों को निशाना बनाते हैं तो इससे हमारा वोट तय हो जाएगा और दूसरी तरफ गठबंधन के लोग सोचते हैं कि मुसलमान खौफ में आ जाएंगे और फिर उनकी झोली में आ जाएंगे.दोनों मुस्लिम माइनॉरिटी के साथ खेल, खेल रहे हैं.
अख्तरूल ईमान ने कहा कि जब बिहारशरीफ में इसी तरह का तनाव हुआ था तब उसमें लालू प्रसाद यादव वहां चले गए थे. लेकिन आज नालंदा जल रहा है और बिहार शरीफ का मामला है और तेजस्वी यादव ने ट्वीट तक नहीं किया. पूरे भारत के लोग जैसे तेजस्वी यादव को जगा रहे हैं लेकिन वे जाग नहीं रहे हैं. बाप और बेटे में बहुत बड़ा फर्क है. लालू जी की राजद कुछ और थी तेजस्वी यादव की राजद कुछ और है. लालू प्रसाद माई समीकरण कहते थे लेकिन तेजस्वी यादव ए टू जेड की राजनीति पर चलते हैं.
सम्राट चौधरी के इस बयान कि उनके लोग पीटे जा रहे हैं पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि वे घटनाओं को साजिश बता सकते हैं लेकिन मेरा कहना है कि इन दोनों का शिकार मुस्लिम माइनॉरिटी हो रही है. इन दोनों की लड़ाई कुर्सी की लड़ाई है और हमारी लड़ाई न्याय की लड़ाई. मुस्लिम कमजोर आबादी है, इसलिए इस पर हमले हो रहे हैं. सरकारी स्कीम से भी मुस्लिमों को वंचित रखा जा रहा है. उनके बच्चों को नौकरियों नहीं मिल रही हैं. फिरकापरस्त पार्टियां उन्हें निशाना भी बना रही हैं.
मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए अख्तरुल ईमान ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता नहीं करेंगे. उनका दावा कहां चला गया? अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? डीएम और एसपी पर अब तक क्यों नहीं कार्रवाई हुई? वहीं उन्होंने मांग रखी कि सबसे पहले तो लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए. जिन लोगों ने मस्जिद तोड़ी है उन्हें सजा मिलनी चाहिए. जिन लोगों की दुकानें तोड़ी गई हैं सरकार उन्हें मुआवजा दे.