लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुत्व की राजनीति करने को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि देश में हर धर्म, संप्रदाय के लोग रहते हैं. यदि कोई भारत को ‘हिंदू-राष्ट्र’ बनाना चाहता है तो वो देश को बर्बाद करना चाहता है. वहीं बीजेपी नेताओं के बयानबाजी पर सीएम नीतीश ने कहा कि मेरे खिलाफ बोलनेवालों को पार्टी नेता बनाती है. सीएम ने साफ कहा कि जनता उनको नेता नहीं बनाएगी. हमको जनता के लिए काम करना है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारा काम लोगों की सेवा करना है और उसके लिए हम रात-दिन काम करते रहते हैं. इस सरकार ने किसानों के हित में काम किया है. अगर कोई मेरे खिलाफ बोलेगा तो वो जनता का नेता नहीं बनेगा, किसी पार्टी का नेता बनेगा. इसके अलावा सीएम नीतीश ने केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला करते हुए यह भी कहा कि भाजपा के लोग यह सोच रहे कि 2024 के पहले हिंदू राष्ट्र बनेगा तो यह उसकी भूल है. यह कभी भी संभव नहीं है. हम लोग महात्मा गांधी के संकल्प को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं और उनके संकल्प को आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे.
वहीं अदानी मामले में संसद के अंदर जेपीसी की गठन को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह जायज़ मांग है. मैं भी सांसद रहा हूं और उस दौरान भी जेपीसी को पूरा किया जाता रहा है. लेकिन लगता है कि अदानी मामले में कुछ अंदरुनी बात है तभी कुछ भी नहीं हो रहा है. इसके अलावा बीबीसी के दफ़्तर पर आईटी रेड पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमने भी न्यूज़ देखा है. उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई की जाती है तो साफ हो जाएगा कि मोदी सरकार क्या चाहती है. इससे पता चलता है कि अगर कोई उनके (मोदी सरकार) खिलाफ बोलेगा तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे.
नीतीश कुमार ने आगे अपनी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि जो लोग हमारे खिलाफ बोलना और लिखना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं. आखिरकार फैसला जनता करेगी. जब हम संसद में थे तो हमारी बात सुनी गई. जब हम सरकार में थे, तब भी पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी विपक्ष की बात सुनते थे. यदि मोदी सरकार अडाणी विवाद को अस्वीकार करती है तो यह एक आंतरिक मामला होना चाहिए.वहीं सुधाकर सिंह की बयानबाजी को लेकर सीएम ने कहा कि सुधाकर सिंह क्या बोलते हैं, नहीं बोलते हैं उनसे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. हमारी सरकार किसानों के लिए समर्पित है और हमलोग हमेशा से किसानों के लिए काम करते रहे हैं.