लाइव सिटीज पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आखिरी दिन भी हंगामेदार रहा है. आज बिहार विधानसभा का बजट सत्र समाप्त हो गया. सासाराम-नालंदा हिंसा को लेकर सदन के आखिरी दिन बीजेपी ने जमकर हंगामा किया. लेकिन इस दौरान विधायी कार्य भी किये गए. 27 फरवरी से लेकर 5 अप्रैल तक चलने वाले इस सत्र के दौरान कुल 20 बैठकें हुई. पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण हुआ, इसके बाद विधिवत विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया.
2 मार्च को बिहार का बजट पेश किया गया. मंत्री विजय चौधरी ने 2 लाख 61 हजार 885 करोड़ का बजट पेश किया. इस बजट सत्र में कुल 4 विधेयकों को पास किया गया. बिहार विनियोग विधेयक 2023, बिहार विनियोग (संख्या दो) विधायक 2023, बिहार नौकाघाट बंदोबस्ती एवं प्रबंधन विधायक 2023, आधारभूत संरचना विकास सामर्थ्यकारी संशोधन विधेयक 2023 को सदन में लाया गया और इसे पास किया गया.
बिहार विधान सभा का बजट सत्र के दौरान कुल 20 बैठके हुईं, तारांकित 2956 सवाल आए 2681 उत्तर आए, अल्पसूचित 94 सवाल आए 85 का उत्तर हुआ. वहीं ध्यानाकर्षण के 370 सवाल आए 38 स्वीकृत हुए 320 सवाल लिखित उत्तर के लिए भेजे गए, 5 विधेयक पास हुए. सदन में कुल 4046 प्रश्न आए 3888 स्वीकृत हुए. सत्र के दौरान ही 822 निवेदन प्राप्त हुए 424 याचिकायें आयीं और 288 गैर सरकारी संकल्प की सूचना सदन को मिली। 12 शोक प्रस्ताव भी सदन में आए.
वहीं इस सत्र में कुल 822 निवेदन प्राप्त हुए. इसमें 799 स्वीकृत हुए और 23 अस्वीकृत हुए. कुल 424 याचिकाएं प्राप्त हुई, इनमें 399 स्वीकार हुए, 25 को अस्वीकार कर दिया गया. इस सत्र में कुल 288 गैर सरकारी संकल्प की सूचना भी प्राप्त हुई. इस सत्र के दौरान विधानसभा के सदस्यों द्वारा शून्यकाल के माध्यम से जनहित के मामले उठाए गए और विभिन्न विभागों के प्रतिवेदन नियमावली अधिसूचना की प्रति बिहार विधानसभा के विभिन्न समितियों के प्रतिवेदन सदन पटल पर रखे गए.