लाइव सिटीज, पटना: केंद्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान कर दिया है. घोषणा के बाद से ही सियासत भी हो रही है. ऐसे वक्त में घोषणा की गई है जब बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव में इसका फायदा क्या कुछ होता है यह तो बाद की बात है लेकिन तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाकी है
बिहार में इसी साल (2025) विधानसभा चुनाव होना है और इसी को देखते हुए तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट कर आरक्षण का अपना मास्टरप्लान भी जारी कर दिया. तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, “उच्च मानसिकता के समता विरोधी संकीर्ण व नकारात्मक संघी/भाजपाई इस पर भी हमें गाली देंगे लेकिन बाद में बेशर्म हमारे ही एजेंडे को अपना मास्टर स्ट्रोक कहेंगे. कितने खोखले लोग हैं ये?”
तेजस्वी यादव ने चले ये दांव
पिछड़ों/अति पिछड़ों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र
निजी क्षेत्र में आरक्षण
ठेकेदारी में आरक्षण
न्यायपालिका में आरक्षण
मंडल कमीशन की शेष सिफारिशों को लागू करेंगे
आबादी के अनुपात में आरक्षण देंगे
बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा
बिहार के लिए विशेष पैकेज
बता दें कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर विपक्ष क्रेडिट ले रहा है. हालांकि बिहार में विधानसभा चुनाव होना है तो उस लिहाज से जातीय जनगणना जैसे बड़े मुद्दे को केंद्र सरकार ने विपक्ष से छीन लिया है. दूसरी ओर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जाति जनगणना के ऐलान को लेकर विपक्ष टाइमिंग पर भी सवाल उठा रहा है. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने तो यहां कह दिया है कि, “बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बुधवार को जिस जल्दबाजी में जाति जनगणना के बारे में फैसला लिया, उससे मुझे विश्वास हो गया कि यह बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किया गया है.”