लाइव सिटीज, कैमूर: कैमूर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा कि बीपीएससी के आंदोलन को कुछ लोग राजनीति चमकाने के चक्कर में हाईजैक कर चुके हैं. उनके इस कांड से छात्रों पर एफआईआर हुई, लाठियां चलीं, जेल गए. अगर हम लोगों को क्रेडिट लेना होता तो गांधी मैदान भर देते, लेकिन छात्रों ने राजनीति से दूर आंदोलन को रखने की बात कही थी. हमने छात्रों के मुद्दों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
लालू यादव की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से साथ आने का न्योता देने के सवाल पर भी तेजस्वी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने पिताजी को समझाया है. मुख्यमंत्री टायर्ड हैं. रिटायर्ड अधिकारियों के बदौलत सरकार चला रहे हैं. उनकी यह प्रगति यात्रा नहीं बल्कि दुर्गति यात्रा है. इसमें बिहार का दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपया खर्च हो रहा है. बिहार गरीब राज्य है. यह पैसा कहां से आएगा? इतना पैसा खर्च करने के बाद भी जनता से बात नहीं करते हैं. वह सिर्फ अपने कुछ ट्रेंड अधिकारियों से ही बात करते हैं. उनको बोलने नहीं दिया जाता है.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि जब हमारी उनकी सरकार बनी थी तब वे मीडिया से भी बात करते थे और जनता से भी. हमारी सरकार के दौरान कभी भी पेपर लीक नहीं हुआ, हटने के बाद ही ऐसा हो रहा है. नीतीश कुमार के राज में शिक्षक समान काम समान वेतन की मांग कर रहे थे तो डंडा खा रहे थे. उनको हमने राज्य कर्मी का दर्जा दिया. सरकार को पता नहीं था कि आईटी पॉलिसी, टूरिज्म पॉलिसी और स्पोर्ट्स पॉलिसी क्या होता है. यह सब हमने शुरू कराया और स्पोर्ट्स के तहत हमने नौकरी दी. अब लोगों को पता चला पढ़ाई के साथ खेल भी बिहार में जरूरी है.