लाइव सिटीज, पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और राज्य सरकार पर कई गंभीर सवाल उठाए. उनके साथ सांसद मीसा भारती भी मौजूद थीं. तेजस्वी ने सुरक्षा बलों के आंकड़े सामने रखते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने बड़े पैमाने पर भाजपा शासित राज्यों से ही फोर्स बुलाए हैं. उन्होंने दावा किया कि कुल 208 कंपनियां ऐसे राज्यों की लगाई गई हैं, जबकि 68 प्रतिशत पुलिस ऑब्जर्वर भी इन्हीं प्रदेशों से हैं.
प्रधानमंत्री पर भी तेजस्वी का हमला तीखा रहा. उन्होंने कहा कि वे विकास की बात करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री “कट्टा-पिस्टल जैसी भाषा” का इस्तेमाल कर रहे हैं. आरोप लगाया कि पीएम ने कई ऐसे नेताओं के साथ मंच साझा किया जिनकी छवि आपराधिक रही है. तेजस्वी ने सृजन घोटाले के आरोपी विपिन शर्मा से प्रधानमंत्री की मुलाकात और हुलास पांडे जैसे बाहुबली नेताओं के प्रचार का भी जिक्र किया.
तेजस्वी ने दावा किया कि जनता इस बार बदलाव के मूड में है. उन्होंने बताया कि वे 171 सभाएं कर चुके हैं और लगभग हर जिले, हर ब्लॉक में जनता से सीधा संवाद किया है. उनका कहना था कि 20 साल पुरानी सरकार ने बिहार को पिछड़ेपन में धकेला है और अब राज्य नई दिशा चाहता है.
तेजस्वी ने कहा कि शाह पटना में डेरा जमाए हुए हैं और अधिकारियों को बुलाकर निर्देश दे रहे हैं कि गड़बड़ी कहां करनी है और किन लोगों को चुनाव से पहले उठाना है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि समस्तीपुर में फेंकी गई पर्चियों से लोग डरे हुए हैं, लेकिन आयोग चार दिनों बाद भी पहले चरण में पुरुष और महिला मतदाताओं का आंकड़ा सार्वजनिक नहीं कर रहा. तेजस्वी ने आखिर में कहा, “ये बौखलाहट बताती है कि ये लोग जाने वाले हैं. 14 तारीख को हमारी सरकार बनेगी
