लाइव सिटीज पटना: भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे पुल के टूटने पर सियासत तेज है. बीते रविवार (4 जून) को पुल का तीन पाया गंगा नदी में गिरने के बाद बीजेपी लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है. वहीं पूरे मामले पर एक बार फिर डिप्टी सीएम और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने सफाई दी है और कहा है कि पुल की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही संदेह था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और नुकसान की भरपाई पुल बनाने वाली कंपनी को
करना होगा.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद उस वक्त की एनडीए सरकार ने भी जांच कराई थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर हमारी सरकार ने निर्णय लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. सरकार की कोशिश होगी कि तय समय सीमा के भीतर पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए. पुल ध्वस्त होने में जो भी क्षति हुई है, उसका हर्जाना संवेदक कंपनी को भरना होगा.
वहीं बीजेपी की तरफ से सीबीआई जांच की मांग करने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कौन क्या कहता है, नहीं कहता है इसपर हमें कुछ नहीं कहना है. जांच में सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा कि कौन लोग इसमें दोषी है. आईआईटी रुढ़की पहले से ही जांच कर रही है, सीबीआई कोई इंजीनियर तो है नहीं जो पुल की जांच करेगी. जब पहले से पुल के निर्माण में गड़बड़ी थी तो उसे फिर से क्यों काम किया गया, इस सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि इसको लेकर पहले ही समीक्षा की गई थी उसके बाद कंपनी के सभी चीजों को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया गया था.
तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि इससे पहले भी जब पुल का एक हिस्सा गिरा था तो उस वक्त भी जो क्षति हुई थी उसे सरकार पर नहीं आने दिया गया था और इसबार भी जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार को नहीं बल्कि निर्माण कंपनी को करनी होगी. निर्माण कंपनी को शो कॉज नोटिस जारी किया जा रहा है और पूछा जाएगा कि घटना क्यों हुई. उन्होंने कहा कि कंपनी से सरकार के करार के तहत जो भी उचित होगा वह कार्रवाई की जाएगी.