लाइव सिटीज, पटना: संपूर्ण क्रांति आंदोलन की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने तेजस्वी यादव और उनकी राजनीति पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “समाजवाद के नाम पर जातिवाद और रोजगार के नाम पर केवल खोखली घोषणाएं—यही तेजस्वी जी की सियासत का सच है। जयप्रकाश नारायण और डॉ. राममनोहर लोहिया जिस समानता और भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का सपना देख रहे थे, तेजस्वी यादव की राजनीति उस सोच से कोसों दूर है।”
ऋतुराज सिन्हा ने सवाल उठाया कि क्या तेजस्वी यादव समाजवादी आंदोलन की मूल आत्मा को आगे बढ़ा रहे हैं या उन महान नेताओं की विरासत का अपमान कर रहे हैं जिन्होंने बिहार और देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित किया?उन्होंने कहा, “65% आरक्षण की बात कर तेजस्वी जी नौजवानों को गुमराह कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि बिहार में कुल सरकारी नौकरियाँ 25 लाख से भी कम हैं, जबकि हर साल 50 लाख से अधिक युवा प्रतियोगी परीक्षाएँ देते हैं। ऐसे में सिर्फ आरक्षण का झुनझुना पकड़ा कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।”
भाजपा नेता ने जोर देते हुए कहा कि बिहार का युवा अब यह पूछ रहा है—“परिवारवाद, भ्रष्टाचार और जातिवाद की राजनीति से मुक्ति कब मिलेगी? क्या यही है तेजस्वी यादव का विकास मॉडल—जातीय जनगणना, मुफ्त की घोषणाएं और भड़काऊ बयानबाज़ी?”
ऋतुराज सिन्हा ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि बिहार को चाहिए अवसर, न कि भ्रम। ज़रूरत है समावेशी विकास की, न कि विभाजनकारी राजनीति की। जेपी के नाम पर सत्ता में पहुंचने वालों ने उनके ही सिद्धांतों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचाई है। अब समय आ गया है कि बिहार की जनता असली और नकली समाजवादियों में फर्क करे।”