लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखे राजद विधायक सुधाकर सिंह ने पार्टी नेतृत्व के नोटिस का जवाब दे दिया है. राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्धीकी को भेजे गए पांच पन्नों के जवाब में सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के साथ-साथ तेजस्वी यादव पर भी सवाल खड़े किए हैं. सुधाकर सिंह ने कहा कि मैं उन्हीं मुद्दों को उठा रहा हूं जो राजद का घोषित एजेंडा रहा है. लेकिन पार्टी के कई और नेता बहुत कुछ बोल रहे हैं. अकेले मुझे शो कॉज नोटिस भेजना A टू Z की नीति नहीं है.
सुधाकर सिंह ने कहा है कि उन्हें मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं थी, पार्टी नेतृत्व ने मेरी अनिच्छा के बावजूद मुझे मंत्री बनाया था. सुधाकर सिंह ने राजद नेतृत्व को आईना दिखाते हुए साथ ही अफसोस जताते हुए लिखा कि ऐसी परिस्थिति में मुझे पार्टी के नेताओं से अपेक्षा थी कि नीतियों-सिद्धांतों पर आधारित मेरे बयानों का बचाव किया जाएगा. लेकिन अफसोस के साथ यहां कहना पड़ रहा है कि किस राजनीतिक दबाव में मेरा बचाव नहीं किया गया? जबकि मुझे पार्टी की तरफ से कम से कम नैतिक समर्थन की जरूरत तो थी ही. उल्टे मेरे विचारों एवं सिद्धांत पर पार्टी का समर्थन नहीं मिलना मुझे चिंतित अवश्य कर रहा है. लेकिन भविष्य के लिए विचलित नहीं कर रहा.
सुधाकर सिंह ने कहा कि मुझे आशा है कि भविष्य में राजद अपने उद्देश्य-सिद्धांतों पर पार्टी के भीतर व्यापक विचार विमर्श के जरिए वर्तमान सरकार के मुखिया के सामने अपना पक्ष मजबूती से जरूर रखेगा. अगर दूसरे राजनीतिक दल के किसी नेता पर मेरे द्वारा की गई किसी टिप्पणी से किसी तरह की असहमति थी तो मुझे निजी तौर पर या आधिकारिक तौर पर सूचित किया जा सकता था. इस पत्र से पहले मुझे कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली. मुझे अकेले चिन्हित करके नोटिस भेजना न्याय संगत प्रतीत नहीं होता है. न ही यह हमारी पार्टी के ए टू जेड की नीति की पुष्टि करता है.
सुधाकर सिंह ने बताया कि है किस तरह से राजद शुरू से ही नीतीश कुमार के मंडी कानून का विरोध करता रहा है. आज वही बात जब मैं कर रहा हूं तो पार्टी को एतराज किस बात का है. सुधाकर सिंह ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ नहीं बोलने का कोई प्रस्ताव पास नहीं हुआ था. सुधाकर सिंह ने अपने जवाब में पार्टी नेतृत्व से तीखे सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा है कि जब नीतीश कुमार बार-बार ये बोलते हैं कि 2005 के पहले बिहार की हालत खराब थी तो मुझे बुरा लगता है. नीतीश कुमार लालू यादव औऱ राबड़ी देवी पर ही तो निशाना साधते हैं. सुधाकर ने ये भी याद दिलाया है कि कैसे नीतीश कुमार ने तालिबानी पुलिस कानून का विरोध करने पर विधानसभा में पुलिस बुलाकर राजद औऱ दूसरी विपक्षी पार्टियों के विधायकों को पिटवाया था.
बता दें कि आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को भेजे गए जवाब में सुधाकर सिंह ने एक-एक प्वाइंट का जवाब दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखे सुधाकर सिंह को लेकर अब आरजेडी आलाकमान को फैसला लेना है. 18 जनवरी को सुधाकर सिंह को शो कॉज नोटिस जारी किया गया था. सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ लगतार कर रहे बयानबाजी को लेकर उनको नोटिस दिया गया था. कारण बताओ नोटिस का जवाब 15 दिन के अंदर देना था. सुधाकर सिंह समय के अंदर पार्टी को अपना जवाब भेजा दिया है. अब आरजेडी आलाकमान फैसला लेगा.