लाइव सिटीज, सुपौल: पाकिस्तान के खिलाफ भारत की एयर स्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर के बाद SSB जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. वहीं नेपाल से सटे बिहार के 7 जिलों में पर हाई अलर्ट है. इंडो नेपाल क्षेत्र में एसएसबी ने सघन चौकसी अभियान को तेज कर दिया है. पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस भी सड़कों पर आ गई है.
नेपाल से लगे जिलों में हाई अलर्ट है. ऐसे में सुपौल भी हाई अलर्ट पर है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुरुवार को एसएसबी 45वीं बटालियन के सभी बीओपी पर जवानों को काफी चौकस देखा गया है. इस बीच एसएसबी 45 वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि अभी जो हालात हैं, इस हालात के मद्देनज़र पूरे भारतवर्ष में हाई अलर्ट है.
भारत पाकिस्तान के बीच तल्खी तेज होने के बाद भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में भी आतंकियों के संभावित हमलों को लेकर सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और तेज कर दी गई है. सुपौल जिले के भारत से सटने वाले नेपाल के सभी क्षेत्र में एसएसबी हाई अलर्ट पर है. सीमा चौकियों पर चौकसी बढ़ा दी गई है. नेपाल से आने और नेपाल जाने वाले प्रत्येक व्यक्तियों और उनके सामानों के साथ-साथ सघन तलाशी जारी है
एसएसबी 45 वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि अभी स्थितियां असमान्य है. हमारे 45 वीं बटालियन के जितने भी जवान छुट्टी पर गए थे सभी को बुलाया जा रहा है. दिन रात दिन पेट्रोलिंग और नाका लगाकर सभी रास्तों पर जवानों की तैनाती है. क्योंकि नेपाल हमारा मित्र राष्ट्र है. ऐसे में किसी तीसरे देश के लोगों का हमारी सीमा में प्रवेश ना हो इस बात को लेकर काफ़ी सख़्ती बरती जा रही है. सभी बीओपी और ओपी में जवान अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने देश की सीमाओं पर चौकसी के निर्देश दिए हैं. इसी क्रम में नेपाल से सटे मधुबनी जिले की सीमाओं पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. हरलाखी थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरौन बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को काफी कड़ा कर दिया गया है.
नेपाल से लगे सुपौल, मधुबनी के साथ ही सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया और किशनगंज में बार्डर पर गश्ती बढ़ा दी गई है. पुलिस और सुरक्षा-बलों की अतिरिक्त तैनाती भी की गई है. यहां बिना वैध पहचान पत्र के प्रवेश या निकासी पूर्णतः प्रतिबंधित कर दी गई है. बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल एसएसबी की तैनाती को सघन किया गया है. अब गाड़ियों की तलाशी के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति की ऑनलाइन पहचान सत्यापन आधार आधारित प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.