लाइव सिटीज, पटना: बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 को लेकर नया तरीका अपनाने जा रहा है। यह तकनीक सफल रही तो बाकी परीक्षाओं में भी इसका उपयोग किया जाएगा। बीपीएससी को शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 पेपर लीक के बाद रद्द करनी पड़ी थी। इसके बाद अब परीक्षा की नई तारीख करीब आने पर आयोग के अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए।
उन्होंने बताया कि इस नई तरीके के बाद पेपर लीक करने की चाहत रखने वाले परेशान हो जाएंगे। वह जहां से पेपर लीक करेंगे, आयोग को उसका तुरंत पता चल जाएगा। पेपर लीक करने वाले चैनल को तुरंत चिह्नित कर लिया जाएगा। पेपर लीक हुआ भी तो उसका विस्तार उसी जिले तक होगा। दूसरे जिले पर असर नहीं पड़ेगा। उदाहरण के लिए नवादा में अगर पेपर लीक होगा तो पूरे राज्य के सभी केंद्रों की परीक्षा रद्द करने की नौबत नहीं आएगी। इसके लिए हर जिले के हिसाब से प्रश्नपत्र सेट किए गए हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि आयोग ने तय कि आगामी परीक्षा स्वच्छ और कदाचार रूप से हो, इसके लिए कई तैयारियां की गई है। आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र के कई सेट रहेंगे। इन प्रश्न के सेटों को अलग-अलग प्रिटिंग प्रेस से छपवाया जाएगा। इस बार प्रश्न पत्र की कोडिंग नंबर से नहीं की जाएगी। बीपीएससी ने तय किया है कि इस बार प्रश्न पत्र के सेट की कोडिंग कलर से की जाएगी। किस कलर सेट का किस जिले में उपयोग किया जाना है? इसकी सूचना जिलाधिकारियों को परीक्षा से तीन घंटा पहले दी जाएगी। कलर सेट का चयन पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके से होगा। प्रश्न पत्र पहुंचाने वाली गाड़ी में जीपीएस ट्रैकर लगे होंगे। इसमें ड्राइवर के साथ अधिकारी और कर्मचारी भी रहेंगे। प्रश्न पत्र को अभ्यर्थियों के सामने ही खोला जाएगा।
बीपीएससी के अध्यक्ष ने कहा कि पेपरलीक की कोई संभावना न रहे, इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। बच्चों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, आयोग ने इसका भी ध्यान रखा है। परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए हर केंद्र पर प्रत्येक अभ्यर्थियों को बायोमीट्रिक जांच से गुजरना होगा। परीक्षा केंद्र पूरी तरह सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। कंट्रोल रूम से इसकी लाइव इतना ही नहीं परीक्षा केंद्र पर भी जैमर लगा रहेगा।