लाइव सिटीज पटना: राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने और तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की पूछताछ को लेकर बिहार में सियासत गरम है. इस मामले पर जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई बौखलाहट में की जाती है. वहीं
राहुल गांधी के मामले में चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाए. उन्होंने सवाल किया है कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के मार्च से दूरी क्यों बनाया. दुख की घड़ी में अपना ही साथ खड़ा होता है. अगर साथ खड़ा नहीं हुए तो सवाल उठेगा ही. उन्होंने कहा कि कानून में प्रावधान है 2 साल से ज्यादा की सजा होती है तो सदस्यता जाएगी. उसी के आधार पर कार्रवाई की गई है. मामला कोर्ट का है. इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है.
वहीं राहुल गांधी मामले पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 24 घंटे के अंदर जिस प्रकार से फैसला लिया गया, वह दिखाता है कि केंद्र सरकार हताशा में है. बौखलाहट में इस तरह की कार्रवाई की जाती है. ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के मामले में भी वही हो रहा है. 2008 में कंप्लेन हुआ. 2008 से 2014 तक यूपीए की सरकार थी. उस समय भी जांच हुई. सीबीआई ने इस फाइल को बंद कर दिया, लेकिन 2022 में नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हुए तो अचानक दिव्य ज्ञान हो गया. केंद्र की सरकार सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स का इस्तेमाल कर अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने में लगी है.
बता दें कि राहुल गांधी मामले पर भाजपा चौतरफा हमला कर रही है. आज पटना साहिब के सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पटना में राहुल गांधी पर जमकर हमला किया है.
राहुल गांधी मामले में पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी के लिए कोई अलग कानून नहीं है. वे अकेले डिस्क्वालिफाई नहीं हुए हैं, लालू यादव को भी किया गया है. इससे पहले 32 लोग डिस्क्वालिफाई हो चुके हैं. इसमें 6 भाजपा के लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सबके लिए कानून एक है.