लाइव सिटीज, पटना: जेडीयू एमएलसी रीना यादव आज सदन में भावुक हो गईं. दरअसल, बिहार विधान परिषद सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि महिला दिवस के मौके पर सदन की महिलाओं को खास तौर पर बोलने का मौका मिलना चाहिए. जिसके बाद जेडीयू एमएलसी रीना यादव महिलाओं के लिए सीएम नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कामों को सदन में बतानी लगीं.
इसी दौरान रीना यादव ने जब बोलना शुरू किया, तो तो आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने उन्हें चापलूस कह दिया. जिसके बाद रीना यादव बोलते-बोलते ही भावुक हो गईं. इसको लेकर मीडिया से बातचीत में जेडीयू एमएलसी ने कहा कि ‘आज जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तब हमारे सभापति ने कहा कि महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को बोलने का मौका मिलना चाहिए. इसी क्रम में महिलाओं की सूची में मेरा भी प्रश्न आया’.
इसके आगे रीना देवी ने कहा कि ‘हमने महिला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुभकामनाएं दी. महिलाओं के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुत सारे काम किए हैं, पूरा देश जानता है कि पंचायत में जिस तरीके से 50% आरक्षण दिया है. शिक्षक बहाली में भी 50% आरक्षण दिया. रोजगार में 35% का आरक्षण दिया. पुलिस की बहालियों में आरक्षण दिया गया. बहुत सारी नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है’.
जेडीयू एमएलसी रीना यादव ने कहा- ‘यह पूरा देश देख रहा है पहले महिलाओं का क्या हाल था. सब कोई जानता है घरों से बाहर नहीं निकाल पाते थे, महिला अब आराम से बाहर निकलती है. रोजगार करती है, नौकरियां करती हैं. रात में 12:00 बजे 1:00 बजे घर पहुंचती हैं. कोई परेशानी नहीं होती है’. इसके बाद उन्होंने सदन में भावुक होने को लेकर कहा- ‘मैं सदन में इसलिए भावुक हो गई, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए अपनी संवेदना, अपनी बातें रख रही थी. तभी विपक्ष के नेता को ये बातें अच्छी नहीं लग रही थी. उनको यह बातें चापलूसी लग रही थी, उन्होंने इसका मजाक उड़ाया. मैंने उन लम्हों को देखा है, जब 1995 में मैट्रिक में एग्जाम पास किया था, तब हमारे पिताजी ने हमारी पढ़ाई को रुकवा दिया था. घर से निकलना अच्छी बात नहीं है, ज्यादा दूर बेटियों को पढ़ने नहीं भेज सकते हैं, क्योंकि उसे समय माहौल ठीक नहीं था’.