लाइव सिटीज, पटना: बिहार विधानसभा की सभी 25 समितियों का पुनर्गठन कर दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने समितियों का पुनर्गठन करते हुए विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से सियासी दलों को समितियों में जगह दी है. विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण बीजेपी को 7 समितियों में सभापति का पद मिला है.
बीजेपी को जहां 7 समितियों में सभापति पद मिला है तो आरजेडी को 6 समितियों में सभापति का पद दिया गया है. इसके अलावा जेडीयू को 5 तो कांग्रेस को 2 समितियों में सभापति का पद दिया गया है. इसके अलावा सीपीआईएमएल और सीपीआई को एक-एक समिति में सभापति का पद दिया गया है.सभी समितियां 1 जुलाई से प्रभावी होंगी.
नरेंद्र नारायण यादव को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनने के बाद किसी समिति में सभापति नहीं बनाया गया है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को भी इस बार सभापति नहीं बनाया गया है. सात समितियों में पुराने सभापतियों को फिर से मौका मिला है. नीतीश सरकार में मंत्री बने और विधायक से सांसद बनने के कारण चार समितियों में नए लोगों को मौका मिला है. रेणु देवी और नीतीश मिश्रा मंत्री बने हैं तो वहीं जीतन राम मांझी और सुदामा प्रसाद सांसद बन गए हैं.