लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. जीतन राम मांझी के बेटे डॉ संतोष सुमन के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद सीएम नीतीश कुमार ने जदयू के सोनवर्षा विधायक रत्नेश सदा को पटना बुलाया था. मुख्यमंत्री के बुलावे के बाद रत्नेश सदा मंगलवार की शाम सीएम हाउस पहुंच गये हैं. वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह भी सीएम आवास पर मौजूद हैं. ऐसी चर्चा हो रही है कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है.
मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की बैठक के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मंत्री विजय चौधरी के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे हैं. वहीं एक ही गाड़ी में सवार होकर ललन सिंह भी सीएम आवास पहुंचे हैं. सीएम आवास से आए बुलावे के बाद सोनवर्षा से जेडीयू विधायक रत्नेश सदा भी एक अणे मार्ग पहुंच गये हैं. ऐसी चर्चा है कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है. जदयू कोटे से एससी एसटी विभाग का प्रभार उन्हें दिया जा सकता है. संतोष सुमन की जगह रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है. रत्नेश सदा मांझी समाज से आते हैं. वह सहरसा के सोनवर्षा से जदयू विधायक हैं.
वहीं जदयू विधायक रत्नेश सदा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी और विजेन्द्र यादव का फोन आया था. हमें आज ही पटना आने को कहा गया था. कॉल आने के बाद हम पटना के लिए निकल गए. उन्होंने कहा कि पूरे आभार के साथ हम कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असीम कृपा है कि उन्होंने हमकों बुलाया जो जिम्मेदारी मिलेगी वो निर्वहण करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिलेगा तो मंत्री बनेंगे.
मिली जानकारी के अनुसार 23 जून को विपक्षी एकता को लेकर होने वाली बैठक से पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. इस बार नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में कुछ नये चेहरों को जगह मिल सकती है. इस लिस्ट में जेडीयू कोटे से विधायक रत्नेश सदा का नाम सबसे पहले है. दरअसल जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने इस्तीफे दे दिया है. दलित समाज खासकर जीतन राम मांझी (मुशहर) जाति से आते हैं, लिहाजा मंत्रिमंडल में इस समाज को प्रतिनिधित्व देने की फिराक में हैं. इसके लिए नाम तय किया जा रहा है. खबर है कि जेडीयू कोटे से विधायक रत्नेश सदा को नीतीश कुमार अपने कैबिनेट में शामिल कर सकते हैं.