लाइव सिटीज, पटना: पटना में आखिरकार पशुपति पारस को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का कार्यालय खाली करना ही पड़ा. विवादों से भरा राष्ट्रीय लोजपा का कार्यालय और पशुपति पारस का सरकारी बंगला को खाली किया जा रहा है. सारे सामान बंगले से बाहर निकाले जा रहे हैं. बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने कार्यालय को खाली करने का नोटिस दिया था.
आपको बता दें कि कोर्ट और भवन निर्माण विभाग के जरिए कार्यालय को 13 तारीख तक खाली करने का समय मिला था, लेकिन उससे पहले ही कार्यालय को खाली किया जा रहा है. ठेले से सामान को निकाला जा रहा है और ऑफिस को लगभग खाली कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि कार्यलय के अंदर बने स्व. रामचन्द्र पासवान की स्मृति भवन को भी तोड़ दिया गया है, जो शेड इस स्मृति भवन के छत पर था, उसे हटा दिया गया है. हालंकि पारस ने इस बंगले को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की थी. पटना हाईकोर्ट में रिट तक दायर की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.