लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विधायकों और सांसदों से हो रही मुलाकात पर सियासत तेज हो गई है. इस मामले पर बीजेपी समेत विपक्षी दलों द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे हैं तो वहीं जेडीयू ने भी पलटवार करना शुरू कर दिया है. मंत्री मदन सहनी ने साफ कह दिया है कि आखिर इसमें क्या बुराई है?
नीतीश कुमार से सांसदों की हो रही मुलाकात पर मंत्री मदन सहनी ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले भी अपने सांसदों और विधायकों से लगातार मुलाकात करते रहे हैं. वे जनप्रतिनिधियों से मिलकर क्षेत्र की समस्या का समाधान करने में लगे रहते हैं. आखिर इसमें क्या बुराई है? वहीं, भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिहार में 40 सीटें जीतने के दावे पर मंत्री मदन सहनी ने कहा कि आखिर बीजेपी को 40 सीटें कहां से मिलेंगी, उन्हें नहीं मालूम. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के नेता एकजुट हैं.
वहीं बीजेपी द्वारा 13 जुलाई को विधानसभा मार्च के सवाल पर मंत्री मदन सहनी ने कहा कि बीजेपी के पास अब कोई काम नहीं बचा है. एक तरफ वे गुणवत्ता खोजेंगे और दूसरी तरफ सरकार के फैसले का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों को सोचना चाहिए कि सरकार ने अगर फैसला लिया है तो वो सही है. सरकार किसी को भी परीक्षा देने से वंचित नहीं कर सकता.
बता दें कि विधायकों के बाद सीएम नीतीश कुमार रविवार को एक-एक कर सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं. यह मुलाकात मुख्यमंत्री आवास में हो रही है. जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर सिंह चंद्रवंशी, वाल्मीकि नगर के सांसद सुनील कुमार, सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी और राज्य सभा के सांसद अनिल हेगरे से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक-एक कर सांसदों से मुलाकात कर फीडबैक ले रहे हैं. इस मुलाकात में सीएम ने कहा कि BJP के दुष्प्रचार से सतर्क रहने की जरूरत है और अपने क्षेत्र की जनता से संपर्क बढाते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर देनी है.