लाइव सिटीज पटना: बिहार में सियासी इफ्तार का दौर शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आज इफ्तार का आयोजन हो रहा है. वहीं 9 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पटना में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार से लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव तक इफ्तार पार्टी दे रहे तो पूर्व सीएम जीतन राम मांझी क्यों पीछे रहते. हम (सेकुलर) के सर्वेसर्वा और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने 16 अप्रैल को इफ्तार पार्टी का ऐलान किया है.
जीतन राम मांझी 16 अप्रैल को अपने आवास पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन कर रहे हैं. जहां महागठबंधन के घटक दलों के साथ बीजेपी के नेताओं को भी इफ्तार में आमंत्रित किया जाएगा. चूंकि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के साथ ही हम पार्टी भी महागठबंधन का हिस्सा है, इसलिए आज के जुटान में जो शामिल होंगे, वे राबड़ी आवास और जीतन राम मांझी की इफ्तार पार्टियों से कैसे परहेज करेंगे. सभी एक दूसरे के घर जाएंगे. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि इस इफ्तार में बीजेपी के नेता शामिल होंगे कि नहीं?
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास 1 अणे मार्ग पर आज शाम इफ्तार पार्टी होनी है. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है. मुख्यमंत्री आवास में दिए जाने वाले इफ्तार पार्टी की तैयारी पिछले कई दिनों से चल रही है. नीतीश कुमार जब से बिहार में सत्ता संभाले हैं कोरोना के काल को छोड़ दें तो हर साल इफ्तार पार्टी देते रहे हैं. इस इफ्तार में कौन-कौन लोग शामिल होते हैं इसपर सबकी निगाह टिकी हुई है.
वहीं राबड़ी देवी का आवास तो ऐसे आयोजनों के लिए मशहूर रहा है. होली का मौका हो, छठ पूजा हो या रमजान का पाक महीना, राबड़ी आवास पर उत्सव का असल आनंद आता है. यह राबड़ी के जमाने से ही चल रहा है. बहरहाल 13 अप्रैल को राबड़ी देवी के घर भी इफ्तार पार्टी रखी गयी है. राबड़ी आवास पर पिछले साल भी इफ्तार पार्टी हुई थी, जिसने बिहार की राजनीति की दिशा ही बदल दी. एनडीए में रहते हुए सीएम नीतीश कुमार उनके आवास पर इफ्तारी करने पहुंचे थे. उसके बाद बिहार में सरकार बदल गई थी.