लाइव सिटीज पटना: बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासी बवाल जारी है. जहां JDU-RJD सरकार की कार्रवाई का बचाव कर रही है. वहीं कई सामाजिक संगठन और राजनीतिक दलों ने रिहाई पर आपत्ति जताई है. इस बीच जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने बड़ा बयान दिया है. पप्पू यादव ने कहा कि आनंद मोहन से बगावत विचार की थी. वह आज भी अपने स्टैंड पर कायम हैं. हालांकि जाप सुप्रीमो ने सरकार के फैसले का समर्थन किया है.
आनंद मोहन की रिहाई पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि आनंद मोहन से बगावत विचार की थी. वह आज भी अपने स्टैंड पर कायम हैं. पप्पू यादव ने कहा कि आज 10 के बदले 15 फीसद आरक्षण ले लें, लेकिन हमें 72 फीसद आरक्षण मिलना चाहिए. जाप सुप्रीमो ने यह भी कहा कि वह आज भी कह रहे हैं कि आरक्षण मिलना चाहिए और नौवीं सूची में इसे दर्ज किया जाना चाहिए.
पप्पू यादव ने आनंद मोहन की होने वाली रिहाई पर सरकार के फैसले का समर्थन किया. पप्पू यादव ने कहा कि आईएएस अधिकारी की हत्या मॉब लिंचिंग में हुई थी, लेकिन परिस्थिति ऐसी बनी कि आनंद मोहन को जेल जाना पड़ा और सजा काटनी पड़ी. दरअसल बीते दिनों आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की सगाई में पप्पू यादव भी पहुंचे थे. जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस दौरान पप्पू यादव आनंद मोहन और उनके बेटे से गले मिलते भी नजर आए.
बता दें कि सोमवार को बिहार सरकार ने जिन 27 कैदियों की रिहाई का आदेश जारी किया है, उनमें पूर्व सांसद आनंद मोहन भी शामिल हैं. आनंद मोहन आज यानी बुधवार को सहरसा कारा में सरेंडर करेंगे. मंगलवार को ही वह सहरसा पहुंच चुके हैं. दरअसल उनको जो पैरोल मिली थी, उसकी मियाद 25 अप्रैल को पूरी हो चुकी है. ऐसे में स्थायी तौर पर रिहाई के लिए आनंद मोहन को कागजी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसके लिए उनें जेल वापस जाना होगा.