लाइव सिटीज पटना: उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कैमरे के सामने गोली मारकर हत्या की घटना की देशभर में आलोचना हो रही है. पूरे देश के साथ बिहार में भी सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. वहीं अतीक और उसके भाई की हत्या को लेकर जाप प्रमुख पप्पू यादव ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने अतीक की हत्या के बाद कई तरीके के सवाल खड़े किए. उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सत्ता संरक्षित प्रायोजित आतंकवाद का इससे बड़ा कोई उदाहरण हो सकता है?
अतीक अहमद और अरशद की हत्या को लेकर जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव ने बैक टू बैक कई ट्वीट किए. सबसे पहले शनिवार रात पप्पू यादव यादव ने पहला ट्वीटकरते हुए लिखा कि जब गैंग सत्ता पर काबिज हो जाता है तो रामराज नहीं आता, गैंगवार होता है. संविधान का एनकाउंटर कर पुलिस को राजनीति के लिए सुपारी किलर बना दिया जाता है तो वही नंगा नाच होता है जो इलाहाबाद में अभी हुआ है!
जाप मुखिया ने अगले ट्वीट में लिखा है कि सत्ता संरक्षित प्रायोजित आतंकवाद का इससे बड़ा कोई उदाहरण हो सकता है?’ फिर देर रात पप्पू यादव ने अगला ट्वीट किया. उन्होंने इस ट्वीट में कहा कि पांच साल के पाप से बचने के लिए पुलवामा 40 जवानों की शहादत की जवाबदेही पर जवाब न सूझा. फिर अतीक, अशरफ और कानून व्यवस्था का नरसंहार. वक्त तुम्हारा है, खूब करो नंगा नाच समय आने पर कुदरत करेगा तुम्हारा भी इंसाफ!
यही नहीं पप्पू यादव ने अतीक अहमद और अरशद की हत्या को लेकर रविवार को एक बार हमला बोला. उन्होंने कहा कि उन रक्तपिपासु एंकर-एंकरांओं से पूछना चाहता हूं कि अतीक बंधुओं की हत्या करने वाले आतंकवादियों की भी गाड़ी पलटने की मांग करेंगे क्या? क्या उनके एनकाउंटर के लिए भी माहौल बनाएंगे क्या? जिस सरकार का कोई इकबाल न होता है, व्यवस्था चरमराई होती है वह एनकाउंटर का एडवेंचर खेल सच छुपाती है.
बता दें कि शनिवार रात लगभग 11 बजे अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाते वक्त प्रयागराज के अस्पताल परिसर में ही मीडिया से बात करने के दौरान तीन युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान दोनों भाइयों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कैमरे के सामने गोली मारकर हत्या की घटना की देशभर में आलोचना हो रही है. वारदात के बाद तीनों हमलावरों ने मौके पर ही आत्मसमर्पण भी कर दिया. पूरे देश के साथ बिहार में भी सियासी बयानबाजी शुरू हो गई. इस हत्याकांड पर विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही है.