लाइव सिटीज, पटना: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की पुरानी मांग फिर से उभर रही है. नीतीश कुमार की पार्टी, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), ने इस मुद्दे पर जोर देना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चिराग पासवान ने भी इस मांग का समर्थन किया है. जेडीयू और लोजपा, दोनों का मानना है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए ताकि राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके.
हालांकि, इस मांग के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथी जीतनराम मांझी ने अपनी राय स्पष्ट की है. हाजीपुर में खादी उद्योग के एक कार्यक्रम में पहुंचे मांझी ने स्पष्ट कहा कि ”विशेष दर्जे की मांग करना पत्थर पर सिर पटकने जैसा है.” उन्होंने बिहार के नेताओं को सलाह दी कि यह मांग बेमानी है और इसका कोई मतलब नहीं है.
आपको बता दें कि मांझी ने अपने बयान में नीति आयोग का हवाला देते हुए कहा कि आयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार के लिए इस मांग का कोई औचित्य नहीं है. मांझी ने कहा कि बिहार एक गरीब प्रदेश है और इसे धन की आवश्यकता है, लेकिन विशेष राज्य का दर्जा मिलना संभव नहीं है.