लाइव सिटीज पटना: जदयू की पूर्व सांसद मीना सिंह ने रविवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. मीना सिंह के साथ ही उनके बेटे विशाल सिंह भी बीजेपी में शामिल हुए हैं. इसके लिए बापू सभागार में मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, गोंडा से सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह, बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी, सांसद सुशील कुमार सिंह के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. बीते दिनों नीतीश कुमार से नाराज होकर मीना सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया था.
दरअसल सीएम नीतीश कुमार द्वारा तेजस्वी यादव को उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा से नाराज़ होकर मीना सिंह ने कुछ दिनों पहले जदयू से इस्तीफा दिया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा था कि जिस जंगलराज के खिलाफ हरदम से उनकी लड़ाई रही है और उसके युवराज को अपने नेता के रूप में नहीं स्वीकार कर सकती. इसलिए इस्तीफा दे रही हूं. पूर्व सांसद मीना सिंह के साथ ही उनके बेटे विशाल सिंह ने भी जदयू से इस्तीफा देने के बाद आज भाजपा की सदस्यता ले ली है.
इस मिलने समारोह में पूर्व सांसद मीना सिंह के साथ ही बीजेपी के नेताओं ने केन्द्र की मोदी सरकार की तारीफ करते हुए बिहार की नीतीश-तेजस्वी के खिलाफ जोरदार हमला बोला. समारोह में लालू परिवार के खिलाफ हुई सीबीआई और ईडी जांच की भी चर्चा की गई.भाजपा के वरिष्ठ नेताओ की उपस्थिति में आयोजित मिलन समारोह में मीना सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जदयू में पुराने लोगों को तब्बजो नहीं दे रहे हैं. वे राजद के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना लिए हैं जो जदयू के कार्यकर्ताओं की भावना का आपमान है.
बता दें कि मीना सिंह के पति अजीत सिंह भी 2004 में बिक्रमगंज लोकसभा सीट से विजयी रहे. इसके पहले अजीत सिंह के पिता तपेश्वर सिंह भी 1984 में बिक्रमगंज से सांसद रहे थे, वे बिस्कोमान के अध्यक्ष भी रहे थे और सहकारिता सम्राट कहे जाते थे. अजीत सिंह की 2007 में उनकी असामयिक मौत हो गई थी. पति की मौत के बाद मीना सिंह ने सबसे पहले जदयू के टिकट पर बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से 2008 का उपचुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. 2009 में 15वीं लोकसभा में भी वे आरा से जदयू के टिकट पर ही चुनाव लड़ी थी और जीती थी. वहीं 2014 का लोकसभा चुनाव मीना सिंह हार गई.