लाइव सिटीज पटना: मोदी सरकार के ‘रोजगार मेला’ पर आरजेडी ने जमकर हमला बोला. आरजेडी ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर युवाओं को दी जा रही नौकरी का ही असर है कि केन्द्र की भाजपा सरकार मजबूरन रोजगार मेले का आयोजन करने को बाध्य हो गई है. लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा इस सरकारी आयोजन का इस्तेमाल चुनावी मंच के रूप में किया जाना घोर आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं आरजेडी ने यह भी कहा कि आज केन्द्र की भाजपा सरकार एक करोड़ से ज्यादा रिक्तियां चुरा कर बैठी हुई है.
आरजेडी प्रवक्ताओं ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस की. इस पीसी में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन, मृत्यंजय तिवारी, एजाज अहमद, सारिका पासवान, उर्मिला ठाकुर, प्रदेश महासचिव प्रमोद राम, निर्भय अम्बेडकर और देवकिशुन ठाकुर उपस्थित थे. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए केन्द्र सरकार सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी दलों की एकता और कर्नाटक में मिली शर्मनाक हार से डरी हुई भाजपा के नेता बौखलाहट में पद की गरिमा को भी भूल गए हैं. उन्हें यह भी होश नहीं रहता कि वे क्या बोल रहे हैं और कहां बोल रहे हैं.
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के महागठबंधन सरकार की प्राथमिक एजेंडा में बेरोजगारी है और रहेगा. अभी मात्र नौ महीने के शासनकाल में ही दो लाख से ज्यादा नौजवानों को नौकरी दी जा चुकी है और दो लाख नौजवानों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यह भी बिहार के महागठबंधन सरकार की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है कि मात्र दो हफ्ते में ही दो लाख नौजवानों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अगले कुछ दिनों में वादे के अनुसार 10 लाख नौजवानों को नौकरी देने का लक्ष्य भी पूरा कर लिया जाएगा. लाखों पद सृजित किए जा रहे हैं और विभिन्न विभागों में रिक्तियों के आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं. इस दिशा में हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी काफी गंभीर हैं और स्वयं पहल भी कर रहे हैं.
राजद प्रवक्ता ने भाजपा से जानना चाहा है कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख नौजवानों को नौकरी देने के साथ ही पिछले दिनों प्रधानमंत्री द्वारा 18 महीने में 10 लाख नौजवानों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ. राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है केन्द्रीय सेवाओं में रिक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है. आज केन्द्र की भाजपा सरकार एक करोड़ से ज्यादा रिक्तियां चुरा कर बैठी हुई है. पिछले आठ सालों में मात्र 7. 22 लाख नौकरी दी गई. जबकि 22.05 करोड़ लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था. जबकि इस आठ साल में सार्वजनिक उपक्रमों सहित केन्द्र सरकार के मातहत विभागों में 90 लाख से ज्यादा पद रिक्त हुए हैं.
राजद प्रवक्ता ने बताया कि पिछले वर्ष 14 जून को प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा की गई थी कि अगले 18 महीने में 10 लाख नौकरी देंगे. इस घोषणा के आज एक साल हो गए, घोषणा के अनुसार अबतक 6 लाख 66 हजार नौजवानों को नौकरी मिल जानी चाहिए थी लेकिन अभी तक यह आंकड़ा 2 लाख भी नहीं पहुंचा है. इस संबंध में भी फर्जी आंकड़े जारी किए गए हैं. अगर हिम्मत है तो राज्यवार और विभागवार आंकड़ा जारी करे. राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार करोड़ों रिक्तियां चुरा कर रखे हुए है और लाखों नौजवानों की उम्र सीमा समाप्त होते जा रहा है। आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा.