लाइव सिटीज, गया: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर फिर से बड़ा बयान दिया है, उनके इस बयान से एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है, कि शराबबंदी अच्छी चीज है. इससे समाज का भला होता है. शराबबंदी के क्रियान्वयन में कुछ विसंगतियां हैं और यही वजह है कि मेरे कहने पर तीसरी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी पर समीक्षा की.
जीतन राम मांझी ने कहा कि आज कंटेनर के कंटेनर लाखों लीटर शराब की तस्करी की जा रही है, लेकिन स्मगलर नहीं पकड़े जा रहे हैं. वहीं, मजदूर व्यक्ति जब 50 ग्राम, 100 ग्राम थकान होने पर शराब पी लेते हैं, तो उन्हें ब्रेथ एनेलाइजर लगा दिया जाता है. उन्हें जेल भेज दिया जाता है. यह ठीक नहीं है.
जीतनराम मांझी ने कहा कि शराबबंदी को लेकर गरीब मजदूरों को जेल भेजा जाना ठीक नहीं है. कोई अपनी पत्नी के लिए दवा के रूप में शराब ले जा रहा हो, तो उसे नहीं पकड़ना चाहिए. साथ ही मांझी ने कौन-सी शराब अच्छी है बताते हुए कहा कि पहले महुआ शराब फायदेमंद होती थी. उसमें कई तरह की चीज मिलाई जाती थी.
जीतनराम मांझी ने कहा कि कई तरह की जड़ी समेत अन्य चीजों को मिलाकर उसे (महुआ शराब) तैयार किया जाता था. पहले शराब महुआ शराब 8 दिनों में तैयार होती थी. लेकिन अब 2 घंटे में तैयार हो जाती है. चोरी छुपे आज नौसादर, यूरिया आदि घातक चीजों को मिलाकर शराब बेची जा रही है और गरीब इसका सेवन कर रहे हैं, जिससे उनका हेल्थ चौपट होता जा रहा है.
