लाइव सिटीज पटना: बिहार में महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे डॉ संतोष सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. संतोष सुमन के इस्तीफे से बिहार के सियासी गलियारे में भूचाल सा आ गया है. इस बीच महागठबंधन की ओर आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का बड़ा बयान सामने आया है.
संतोष सुमन के इस्तीफे पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि संतोष सुमन को लालू यादव ने एमएलसी बनाया. नीतीश कुमार ने मंत्री बनाया. इस्तीफे से महागठबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उनके पिता जीतन मांझी को नीतीश कुमार ने ही सीएम बनाया था. इन लोगों की पार्टी (हम) को 23 को विपक्षी दलों की होने वाली बैठक में आमंत्रित भी नहीं किया गया था. यह लोग बार बार गठबंधन बदलते हैं. एनडीए में फिर जाते हैं या जो करें फर्क नहीं पड़ेगा.
शक्ति यादव ने कहा कि पद से इस्तीफा देना झटका नहीं है. यह हम पार्टी का फैसला है कि वह कैबिनेट में नहीं रहेंगे. लोग कई तरह की बात करते रहते हैं. 2015 में भी कई बार इधर-उधर हुए थे, फिर लौट कर आए. शक्ति यादव ने बिना नाम लिए पूर्व सीएम के बारे में कहा कि वो उन्हीं लोगों के पास जाना चाहते हैं जिन्होंने उनके मंदिर जाने के बाद उसे धुलवाया था. महागठबंधन में अनदेखी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि लोग हटते हैं तो अनदेखी का आरोप लगाते हैं. अब तक कैबिनेट में थे तो अनदेखी नहीं हो रही थी क्या? जन्नत का रास्ता किसने-किसको दिखाया है, ये हम नहीं जानते हैं क्या?
इधर मंत्रीमंडल से इस्तीफ देने के बाद संतोष सुमन ने कहा कि हम को विपक्षी एकता के लिए बुलावा नहीं मिला, क्योंकि जदयू हमारी पूरी पार्टी का विलय चाहती थी. पार्टी के रूप में हमारी पहचान पर सवाल था, इसलिए ‘हम’ रूपी घर तोड़ने के जगह सरकार से निकलना ही अंतिम विकल्प था. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए हमलोग खूब मेहनत कर रहे हैं, ऐसे में इस तरह का विकल्प चुनना संभव नहीं था. वहीं एनडीए में जाने के सवाल पर संतोष मांझी ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, हम अकेले भी चुनाव लड़ सकते हैं. आगे क्या होगा इस पर सभी से चर्चा करके फैसला लिया जाएगा.