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शिवहर में JDU का जिला स्तरीय कार्यकर्ता समागम, पंचायत से लेकर प्रखंड, विधानसभा और जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हुए शामिल

लाइव सिटीज, शिवहर: शिवहर में आज जदयू द्वारा कार्यकर्ता समागम का आयोजन किया गया। कार्यकर्ता समागम का कार्यक्रम शिवहर के जिला जदयू कार्यालय में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा शामिल हुए। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष कमलेश पांडेय, पूर्व विधायक मोहम्मद शरफुद्दीन, प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान, विधानसभा प्रभारी कुणाल पटेल, पूर्व जिला अध्यक्ष हरिद्वार राय पटेल सहित सैकड़ो पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के शुरुआत में राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने जिले के समता पार्टी से जुड़े हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सम्मानित किया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2005 के पहले का समय याद करिए, यहाँ बाहुबलियों का शासन था, पूरा गुंडाराज फैला हुआ था, बच्चों और महिलाओं की हत्यायें सामान्य बात थी। कब किसकी जान चली जाए, यह कल्पना नहीं की जा सकती थी। बिहार में किस प्रकार का जंगलराज था, यह किसी से छिपा नही है। बहन-बेटियां कितनी असुरक्षित थी, कोई अपने बच्चों को शाम को घर से बाहर नहीं छोड़ना चाहता था। आज वही बिहार है जहां सभी लोग शांतिपूर्वक अपना जीवन यापन कर रहे हैं क्योंकि नीतीश कुमार ने कानून का राज कायम किया है।

2005 के पहले उस समय की राज्य सरकार ने अपनी सारी जिम्मेदारी त्याग दी थी और जनता को मरने के लिए छोड़ दिया था, बाहुबलियों को अपना पूरा संरक्षण दिया हुआ था। जाति-जाति में संघर्ष होता था। उस विषम परिस्थिति में कार्यकर्ताओं ने संघर्ष करके समता पार्टी को स्थापित किया। उस कठिन परिस्थिति से बिहार को निकाल कर विकासशील बिहार बनाने का काम जदयू के कार्यकर्ताओं के दम पर नीतीश कुमार ने किया है। तभी नीतीश कुमार अपने सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हैं, आज भी उनके महत्व को समझते हैं।

उन्होंने कहा कि निरंतर 19 सालों से नीतीश कुमार हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और सरकार में रहकर बिहार के लिए निरंतर विकास का काम कर रहे हैं। उनसे ही पूरे बिहार को उम्मीद है। बिहार का जीर्णोधार व पुनर्विकास मात्र केवल नीतीश कुमार ही कर सकते हैं। 20 वर्ष पहले बिहार की क्या स्थिति थी, हम सबको पता है। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बनने के बाद गरीबों को आगे बढ़ाने हेतु शिक्षा को अनिवार्य किया, महिलाओं को आरक्षण दिया, बेटियों के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं लागू की। उन्होंने सड़क, बिजली, पानी जैसे विकास के प्रत्येक क्षेत्र में अप्रत्याशित काम किया है।

बिहार के परिवर्तन में जदयू के प्रत्येक कार्यकर्ता का योगदान है। यह सरकार या पार्टी मात्र एक हमारे नीतीश कुमार जी के नाते ही नहीं चल रही है बल्कि उनके नेतृत्व में प्रत्येक कार्यकर्ता के समर्पण से चल रही है। सीएम
नीतीश को कैसा बिहार मिला था और उन्होंने कहां से कहां लाकर बिहार को खड़ा किया है, निश्चित रूप से उनके दूरगामी सोच एवं नीति के कारण और जदयू के प्रत्येक कार्यकर्ता के समर्पण के कारण नीतीश कुमार जी ने बिहार को इतना बदलने का काम किया है, क्योंकि हमारे नेता का नारा है, न्याय के साथ विकास यानि विकास ऐसा हो जिसमें प्रत्येक वर्ग, समुदाय, जाति, धर्म सबको विकास का लाभ मिले।

उन्होंने कहा कि यह बात सत्य है कि प्रशासन के कुछ अधिकारियों के गलत रवैये और भ्रष्टाचार के कारण जनता में रोष पैदा होता है लेकिन इसका अर्थ ये नहीं है कि हमारे मुख्यमंत्री और सरकार की मंशा पर प्रश्न खड़ा हो। हमारे मुख्यमंत्री ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर बिना विचार किये, उन्हें तत्काल निलंबित करते हैं और जनता के बीच उदाहरण पेश करते हैं।

चाहे स्मार्ट मीटर की बात हो या प्रशासन से सहयोग की बात हो सभी मुद्दों को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यकर्ता हो या जनता किसी को किसी प्रकार की समस्या से जूझना न पड़े, यही हमारे मुख्यमंत्री का उद्देश्य है।

बाढ़ की विभीषिका में हमारे नेता पीड़ितों के बीच जाकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे थे लेकिन लोग उनके उम्र पर सवाल उठाते हैं, उन्हें अस्वस्थ बताते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि उस बाढ़ की विभीषिका में राजद के युवा नेता कहां गायब थे, वो तो विदेश में छुट्टियां मना रहे थे, जनता के बीच क्यों नहीं गए। ऐसे लोग केवल जनता को बरगलाने का काम करते हैं। अभी कुछ दिन पहले, ये लोग 17 महीने सरकार में रहे और स्वयं 5 विभाग अकेले लेकर बैठ गए, क्या इनके पास कोई ऐसा योग्य नेता नहीं थे जिनको विभाग दिए जा सके, जो सरकार के विभागों की जिम्मेदारी उठा सके। अरे यह लोग तो ऐसे हैं जिन्होंने 2005 से पहले पूरे बिहार को लूटकर अपना घर भरने का काम किया है। यदि इन्हें फिर से मौका मिल जाए तो फिर से इसी बात की पुनरावृति होगी और बिहार फिर से गर्त में चला जाएगा।

तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आज बिजली और स्मार्ट मीटर पर वे लोग भी प्रश्न उठाते हैं जिनके माता-पिता ने सत्ता रहते बिहार को बिजली विहीन कर रखा था, पूरे बिहार को अंधकार में ढकेल दिया था। उन्हें बिजली और स्मार्ट मीटर पर प्रश्न उठाने का कोई अधिकार नहीं है। हमारी सरकार घर-घर तक बिजली पहुंचाने के बाद अब खेतों में भी बिजली पहुंचाकर कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी रीगा चीनी मिल का निरीक्षण करके आ रहा हूं। ये मिल जल्दी ही फिर से शुरू होने वाली है जिससे यहां के लोगों को और किसानों को बड़ी मात्रा में लाभ मिलेगा।

नीतीश कुमार ने बिहार की आधारभूत संरचना को मजबूत और बिहार के लोगों की क्षमता को विकसित करने का काम किया है। बिहार जिस स्तर तक विकसित हुआ है, जिस प्रकार की व्यवस्था बिहार में बनी है, उस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए और बिहार को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए नीतीश के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने सभी वर्ग और समुदाय के लिए विकास का काम किया, जिसने वोट दिया उसके लिए भी, जिसने नहीं दिया, उसके लिए भी। नीतीश कुमार ने पूरे बिहार में सड़कों का जाल बिछाया, बच्चों के शिक्षा के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं लायी।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं जो चरखा और गांधी जी की फोटो लगाकर गांधीवादी बनने का प्रयास कर रहे हैं और शराबबंदी को गलत ठहरा रहे हैं, गांधी जी के विचारों को गलत तरीके से लोगों तक पहुंचाकर उन्हें भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि बिहार फिर से नशे में डूब जाए, बिहार का विकास फिर से रुक जाए इसलिए शराबबंदी को खत्म करना चाहते हैं। यही लोग हैं जो शराब कंपनी से बड़ी मात्रा में चंदा लेकर शराबबंदी को खत्म करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि आज शराबबंदी से घरेलू झगड़े, मारपीट और हुड़दंगई पर नियंत्रण आया है। महिलाएं खुश हैं, परिवार संवार रहे हैं, बच्चों का भी भविष्य बिगड़ने से बच रहा है। एक पत्रिका के सर्वेक्षण के मुताबिक शराब पीने वालों की संख्या 20% से घटकर 7% हो गई है। कुछ लोग कहीं न कहीं अभी भी चोरी से शराब का सेवन रहे हैं, इस संख्या को भी शून्य करने का प्रयास निरंतर जारी है।

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